Tata Motors का डिमर्जर से पहले 2000 करोड़ जुटाने का प्लान, यहां जानें बोर्ड मीटिंग की बड़ी बातें

Tata Motors ने अपने पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल बिजनेस को अलग करने की योजना के तहत 2000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर जारी करने की घोषणा की है. यह डिबेंचर प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए चुनिंदा निवेशकों को जारी किए जाएंगे. कंपनी ने अपने बोर्ड मीटिंग और क्या-क्या घोषणाएं की, यहां जानें...

Tata Motors की बोर्ड मीटिंग में क्या हुआ Image Credit: Getty Images

Tata Motors Board Meeting: पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल बिजनेस को अलग करने जा रही Tata Motors ने 19 मार्च को अपने बोर्ड की बैठक के बाद एक बड़ा ऐलान किया है. कंपनी ने बताया कि वह डिमर्जर से पहले फंड जुटाने की योजना बना रही है. इसके तहत, टाटा मोटर्स नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (NCDs) जारी करने जा रही है. इसकी के तहत कुल 2000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है. ये डिबेंचर प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए चुनिंदा निवेशकों को जारी किए जाएंगे.

टाटा मोटर्स की बोर्ड मीटिंग का फैसला

19 मार्च को हुई बोर्ड मीटिंग के बाद, टाटा मोटर्स ने घोषणा की कि उसकी कमेटी ने 2000 करोड़ रुपये तक के नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर जारी करने को मंजूरी दी है.

यह NCDs रेटेड, लिस्टेड, अनसिक्योर्ड और फिक्स्ड कूपन रिडीमेबल होंगे और इसे प्राइवेट प्लेसमेंट के माध्यम से योग्य निवेशकों को जारी किया जाएगा.

कुल मिलाकर, टाटा मोटर्स 2,00,000 NCDs जारी करेगी, जिनकी फेस वैल्यू 1,00,000 रुपये प्रति NCD होगी, और इनका कुल मूल्य 2000 करोड़ रुपये होगा.

ये डिबेंचर तीन भागों में जारी किए जाएंगे –

  1. Tranche I NCDs: 500 करोड़ रुपये (7.65% ब्याज दर, मैच्युरिटी 2027)
  2. Tranche II NCDs: 700 करोड़ रुपये (7.65% ब्याज दर, मैच्युरिटी 2028)
  3. Tranche III NCDs: 800 करोड़ रुपये (7.65% ब्याज दर, मैच्युरिटी 2028)

टाटा मोटर्स का डिमर्जर – कब होगा लागू?

जनवरी 2024 में, टाटा मोटर्स ने बताया था कि उसे SEBI और स्टॉक एक्सचेंजों से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) जल्द ही मिलने की उम्मीद है. इसके बाद कंपनी NCLT (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल) में अप्लाई करेगी. कंपनी ने कहा कि डिमर्जर की प्रक्रिया योजना के अनुसार आगे बढ़ रही है.

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टाटा मोटर्स डिमर्जर डेट 2025

डिमर्जर की अपॉइंटेड डेट 1 जुलाई 2025 तय की गई है. डिमर्जर लागू होने की संभावित तारीख अक्टूबर से दिसंबर 2025 के बीच हो सकती है. इसका मतलब है कि टाटा मोटर्स का पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल बिजनेस 2025 के अंत तक आधिकारिक रूप से अलग हो सकता है.