TATA Motors के स्टॉक स्प्लिट और डिमर्जर से जुड़े अहम अपडेट आए सामने; जानें रिकॉर्ड डेट

Tata Motors Stock Split: टाटा मोटर्स के डिमर्जर को लेकर निवेशकों में बड़ी उत्सुकता बनी हुई है. भारत की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी जल्द ही अपने कमर्शियल और पैसेंजर व्हीकल बिजनेस को दो अलग-अलग कंपनियों में विभाजित करने जा रही है.

टाटा मोटर्स Image Credit: Getty image

Tata Motors Stock Split: भारत की प्रमुख ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स (Tata Motors) के कमर्शियल और पैसेंजर वाहन व्यवसाय के डीमर्जर को लेकर निवेशकों में भारी उत्सुकता है. मार्च 2024 में टाटा मोटर्स ने अपने दोनों व्यवसायों को अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों में विभाजित करने की घोषणा की थी. अब, इस डिमर्जर की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच चुकी है और शेयरधारकों को जल्द ही इसका असर देखने को मिलेगा.

डिमर्जर योजना के तहत, टाटा मोटर्स ने स्पष्ट किया है कि शेयरधारकों को 1:1 के अनुपात में नए शेयर मिलेंगे. यानी, अगर किसी निवेशक के पास टाटा मोटर्स (TML) का एक शेयर है तो उसे नई कमर्शियल वाहन इकाई (TMLCV) में भी एक शेयर मिलेगा. यह नया शेयर 2 रुपये के फेस वैल्यू के साथ जारी किया जाएगा.

कब होगा टाटा मोटर्स का डीमर्जर?

इकोनॉमिक टाइम्स के रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा मोटर्स के ग्रुप सीएफओ पीबी बालाजी ने बताया कि डिमर्जर की प्रक्रिया सुचारू रूप से आगे बढ़ रही है. कंपनी को अब किसी भी समय स्टॉक एक्सचेंज और सेबी (SEBI) से NOC मिलने की उम्मीद है. साथ ही, परिचालन गतिविधियां भी अपने आखिरी चरण में हैं और नियोजित समय के मुताबिक आगे बढ़ रही हैं. कंपनी ने स्पष्ट किया है कि डीमर्जर के लिए 1 जुलाई 2025 को “अप्वाइंटेड डेट” के रूप में चुना गया है. अगर सब कुछ नियोजित समय के मुताबिक होता है, तो अक्टूबर 2025 तक यह प्रभावी रूप से लागू हो सकता है.

टाटा मोटर्स के निवेशक प्रेजेंटेशन (Q3 FY25) के अनुसार, कमर्शियल और पैसेंजर वाहन व्यवसाय के इस डीमर्जर को वित्त वर्ष 2025-26 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2025) तक लागू करने की योजना है.

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निवेशकों को क्या करना चाहिए?

  • डिमर्जर के बाद टाटा मोटर्स के दोनों व्यवसाय अलग-अलग लिस्टेड कंपनियां बन जाएंगी, जिससे निवेशकों को दो स्वतंत्र संस्थाओं में निवेश का अवसर मिलेगा.
  • 1:1 के अनुपात में नए शेयर मिलने से शेयरधारकों की कुल होल्डिंग में कोई बदलाव नहीं होगा.
  • लंबी अवधि में, यह डिमर्जर कंपनी के लिए मूल्य सृजन (Value Creation) कर सकता है और व्यवसायों की स्वतंत्र रणनीतिक ग्रोथ को गति देगा.

टाटा मोटर्स के इस बड़े फैसले पर बाजार की नजर बनी हुई है और निवेशकों को आने वाले महीनों में इसके प्रभावों को समझने के लिए सतर्क रहने की जरूरत है.

डिस्क्लेमर- Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.