टाटा स्टील के शेयर को ब्रोकरेज फर्म ने किया डाउनग्रेड, टारगेट प्राइस घटाया, क्या है चिंता?

Tata Steel के शेयरों को लेकर कोटक ब्रोक्रेज फर्म की क्या चिंताएं हैं? टारगेट प्राइस को कितना घटाया गया है? स्टील सेक्टर को लेकर फर्म ने क्या रुख रखा है? निवेशक आगे क्या कर सकते हैं?

टाटा स्टील के शेयर को ब्रोक्रेज फर्म ने किया डाउनग्रेड, टारगेट प्राइस घटाया, क्या है चिंता? Image Credit: TV9 Bharatvarsh

टाटा स्टील के शेयर को लेकर ब्रोकरेज फर्म ने चिंता जताई है. ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज ने टाटा स्टील के शेयर को डाउनग्रेड कर दिया है, और इसे ‘Reduce’ से हटा कर ‘Sell’ कर दिया है. यानी अब तक टाटा स्टील के शेयरों को धीरे धीरे निकालने की सलाह थी अब बेचने की सलाह दी गई है.

कोटक ने बताया कि स्टील का बाजार भारत और यूरोप के बाजार में कम मुनाफा दे रहा है. कोटक ने कहा कि ये शेयर ओवर वैल्यू है. इसीलिए कोटने ने इसके टारगेट प्राइस को 150 रुपये से घटाकर 145 रुपये कर दिया है.

इसके साथ ही ब्रोकरेज ने वित्त वर्ष 2025 और 2026 के लिए EBITDA अनुमान को 19 फीसदी और 13 फीसदी घटा दिया है.

आज टाटा स्टील का शेयर 0.58 फीसदी चढ़ा और 160 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है. इस सालअब तक ये शेयर 14 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है.

कोटक ने कहा कि, आने वाले महीनों में स्टील बनाने वालों को अपने प्रॉफिट मार्जिन को बनाए रखने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. स्टील बनाने की लागत बढ़ गई है लेकिन बिक्री वैसी नहीं है जैसी होनी चाहिए.

कोटक ने इससे जुड़ा एक और जोखिम बताया है कि टाटा की माइनिंग लीज वित्त वर्ष 2023 में खत्म हो रही है. इससे आयरन ओर की लीज से टाटा का कंट्रोल खत्म हो जाएगा, उन्हें 75% की खरीदी बाजार से करनी होगी जबकि फिलहाल वो सारा खुद ही बना लेते हैं, इससे स्टील की कीमतों में बढ़ोतरी होगी और फिर प्रॉफिट मार्जिन झटका लगने की आशंका है.

इसके साथ ही यूरोप में टाटा स्टील डीकार्बनाइजेशन की ओर बढ़ेगा इसे भी कोटक ने थोड़ी चिंता के साथ देखा है.

डिसक्‍लेमर– मनी9लाइव आपको किसी शेयर या म्‍यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. इंवेस्‍टमेंट से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्‍य लें.