तिमाही नतीजे, ट्रंप के टैरिफ समेत इन चीजों पर निर्भर करेगी शेयर बाजार की चाल, देंखे पूरी लिस्ट

सेंसेक्स और निफ्टी ने 4 सालों में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया. विदेशी निवेशकों की बिकवाली में कमी और अमेरिका-जापान ट्रेड वार्ता में सकारात्मक उम्मीदों से बाजार को मजबूती मिली. ऐसे में अब निवेशकों की नजर नए वित्त वर्ष (FY 26) के चौथे हफ्ते में इन कुछ खास बातों पर होगी. यहीं बातें बाजार की दिशा और दशा तय करेंगी. ऐसे में आइए नजर डालते है.

पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली. सेंसेक्स और निफ्टी ने 4 सालों में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया. विदेशी निवेशकों की बिकवाली में कमी और अमेरिका-जापान ट्रेड वार्ता में सकारात्मक उम्मीदों से बाजार को मजबूती मिली. ऐसे में अब निवेशकों की नजर नए वित्त वर्ष (FY 26) के चौथे हफ्ते में इन कुछ खास बातों पर होगी. यहीं बातें बाजार की दिशा और दशा तय करेंगी. ऐसे में आइए नजर डालते है.

तिमाही नतीजे (Q4 Results)
इस हफ्ते Infosys, HDFC Bank, ICICI Bank, Yes Bank जैसी बड़ी कंपनियां अपने मार्च तिमाही के नतीजे घोषित करेंगी. इसके अलावा Axis Bank, Hindustan Unilever और Maruti Suzuki भी अपने नतीजे पेश करेंगी.
विदेशी निवेशकों (FII) की गतिविधि
हाल में FII ने तीन दिन में ₹14,670 करोड़ की खरीदारी की है, जो पहले की बिकवाली के मुकाबले राहत की बात है। इस महीने की शुरुआत में उन्होंने लगभग ₹24,000 करोड़ की बिकवाली की थी। डॉलर इंडेक्स में गिरावट और भारत की मजबूत GDP ग्रोथ उम्मीदें विदेशी निवेशकों को फिर से भारत की तरफ खींच रही हैं.
ग्लोबल संकेत और ट्रंप के टैरिफ
डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से टैरिफ की बात छेड़ी है. इससे वैश्विक बाजारों में चिंता है. अगर ये टैरिफ ज्यादा दिन तक लागू रहे, तो इससे मंदी आ सकती है. फेडरल रिजर्व ने कहा कि टैरिफ की वजह से महंगाई और धीमी ग्रोथ आ सकती है. साथ ही, अमेरिका के ब्याज दरों पर फैसला भी बाजार की चाल तय करेगा.
डेरिवेटिव्स की एक्सपायरी
अप्रैल सीरीज की डेरिवेटिव्स एक्सपायरी इस हफ्ते है. इससे बाजार में हलचल बढ़ सकती है. ट्रेडर्स ऑप्शन और फ्यूचर की पोजीशन एडजस्ट करेंगे. इससे अचानक उतार-चढ़ाव आ सकता है.

Nifty 50 में अभी ऊपर की तरफ 24,250 से 24,600 तक की संभावनाएं हैं. नीचे की तरफ अगर गिरावट आती है, तो 23,000 से 23,300 का स्तर अच्छा सपोर्ट देगा. इस हफ्ते कोई बड़ी IPO नहीं आ रही है. कुछ कंपनियां जैसे Muthoot Finance, Schaeffler India आदि के शेयर एक्स-डिविडेंड ट्रेड करेंगे. तेल की कीमतें, डॉलर की चाल और अमेरिका की बड़ी कंपनियों के नतीजे भी बाजार को प्रभावित कर सकते हैं.