ये 3 इंडिकेटर बता रहे बाजार में लौट सकती है तेजी, मार्च का महीना है खास!
बाजार में गिरावट से निवेशक परेशान हैं. लगभग सभी का पोर्टफोलियो लाल निशान में गोते लगा रहा है. बाजार में रिकवरी कब आएगी ये बता पाना तो आसान नहीं लेकिन टेक्निकल आधार पर बाजार के लिए पॉजिटिव खबर निकल के सामने आ रही है. आइए जानते हैं बाजार में तेजी कब दिख सकती है.

हाल ही में शेयर बाजार में आई गिरावट ने निवेशकों को चिंता में डाल दिया है. लेकिन अगर हम टेक्निकल पहलुओं पर नजर डालें तो बाजार में रिकवरी की संभावना काफी ज्यादा नजर आ रही है. यह आकलन पिछले दशकों के बाजार के रुझानों, मूविंग एवरेज, 14-वीक RSI और मार्केट ब्रेड्थ के आधार पर है. आइए जानते हैं कि बाजार में जल्द ही तेजी लौटने के क्या संकेत मिल रहे हैं. आइए इसे विस्तार से जानते हैं.
मूविंग एवरेज एनवेलप (Moving Average Envelope)
ऐसा नहीं है कि बाजार पहली बार इस तरह से गिरा है इसके पहले भी बाजार गिर चुका है. 2016 में आई गिरावट के बाद बाजार ने एक लंबी बुल रैली देखी गई थी. इस दौरान कई बार करेक्शन हुए, लेकिन एक खास पैटर्न सामने आया. सिवाय कोविड-19 जैसी अनिश्चित घटना के, बाकी सभी गिरावटें 100-सप्ताह की मूविंग एवरेज एनवेलप के अंदर ही रुकी थीं. अब एक बार फिर बाजार इस दायरे में आ चुका है. इसका मतलब है कि हम एक मजबूत सपोर्ट ज़ोन में हैं, और यहां से बाजार में उछाल आने की संभावना बढ़ गई है.

RSI
RSI (Relative Strength Index) एक इंडिकेटर होता है जो बताता है कि बाजार या स्टॉक्स ओवरसोल्ड या ओवरबॉट. 2009 के ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस के बाद, जब भी RSI 33-40 के दायरे में आया, तो 87 फीसदी मौकों पर बाजार ने रिकवरी की और न्यू रिकॉर्ड हाई बनाया. अभी RSI फिर से इसी दायरे में आ चुका है, जो संकेत देता है कि बाजार में उछाल की संभावना काफी ज्यादा है.

मार्केट ब्रेड्थ
मार्केट ब्रेड्थ से पता चलता है कि कितने स्टॉक्स अपनी 50-, 100- और 200-दिन की मूविंग एवरेज से ऊपर ट्रेड कर रहे हैं. अभी यह आंकड़ा सिर्फ 7.6 फीसदी, 6.2 फीसदी और 10.1 फीसदी है. जब कोविड क्रैश हुआ था, तब ये 1.2 फीसदी, 4 फीसदी और 10.3 फीसदी थे.
इसका मतलब यह है कि बाजार ज्यादा गिर चुका है और यहां से धीरे-धीरे स्टॉक्स में मजबूती आ सकती है. हालांकि, अगर कोई जल्दी निवेश करता है, तो उसे थोड़ा धैर्य रखना होगा क्योंकि रिकवरी में कुछ समय लग सकता है.
मार्च में रिकवरी की संभावना?
अगर पिछले डेटा को देखें, तो मार्च का महीना बाजार के लिए औसतन 1.7 फीसदी का रिटर्न देता है. अगर 2023 के 23.2 फीसदी गिरावट को हटा दिया जाए, तो यह आंकड़ा 3.4 फीसदी हो जाता है. इतिहास बताता है कि निफ्टी लगातार 6 महीनों तक कभी गिरा नहीं है, और 1995 के बाद सेंसेक्स में भी ऐसी गिरावट नहीं देखी गई. इसलिए, मार्च महीने में रिकवरी की संभावना बनी हुई है. हालांकि, मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स अभी भी वैल्यूएशन वाइज महंगे हैं, इसलिए निवेशकों को अलर्ट रहने की जरूरत है.
डिसक्लेमर: Money9live किसी भी स्टॉक्स में निवेश की सलाह नहीं देता है. निवेश से पहले आप अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें. वेबसाइट किसी भी मुनाफा या नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगी.
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