“शेयर बाजार में होगी 1987 जैसी तबाही”, 7 अप्रैल को क्या दुनिया देखेगी ‘ब्लैक मंडे’?

डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका राष्ट्रपति बनने से पहले ही टैरिफ को लेकर सभी देशों का धमकी दे रहे हैं. उन्होंने अब टैरिफ दर का ऐलान भी कर दिया है. ट्रंप के टैरिफ वार पर मार्केट एक्सपर्ट ने बड़ी भविष्यवाणी की है. उन्होंने इस टैरिफ के असर को 1987 के ब्लैक मंडे से कंपेयर किया.

ट्रंप के टैरिफ से क्या कैसा रहेगा बाजार? Image Credit: @Freepik

Trump Tariff 1987 Black Monday effect: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालने से पहले ही स्टॉक मार्केट वाले गिरोह में अपनी आहट को मजबूत कर दिया था. हम सभी लोग जानते हैं कि ट्रंप ने सभी से होने वाले इंपोर्ट पर टैरिफ बढ़ाने की धमकी दी थी. 2 अप्रैल को ट्रंप ने सभी टैरिफ का ऐलान भी कर दिया है. ट्रंप का कहना है कि इस टैरिफ से अमेरिका आत्मनिर्भर होने की दिशा में आगे बढ़ेगा.

हालांकि विशेषज्ञों के गलियारे में ट्रंप के इस फैसले को लेकर बहुत खुशी नहीं दिख रही है. इसी कड़ी में एक टीवी चैनल के नामी होस्ट जिम क्रैमर ने ट्रंप के टैरिफ लागू करने वाली तारीख जिसे वह ‘लिबरेशन डे’ कहा जा रहा है को बड़े मार्केट क्रैश के रूप में चिन्हित किया है. क्रैमर ने कहा 1987 के ‘Black Monday’ की तरह मार्केट में गिरावट आ सकती है.

“सोमवार को दिखेगा ट्रंप के टैरिफ का असर”

अनुभवी मार्केट विशेषज्ञ ने 2 अप्रैल को ट्रंप की टैरिफ पर कमेंट करते हुए कहा कि ट्रंप टैरिफ का सबसे बुरा असर जानने के लिए हमें बहुत लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. बल्कि सोमवार तक यह पता चल जाएगा. उन्होंने लिखा, अगर ट्रंप नियमों का पालन करने वाले देशों को राहत नहीं देते हैं तो 1987 का परिदृश्य तीन दिन की गिरावट और फिर सोमवार को 22 फीसदी की गिरावट- सबसे संभावित है. हमें यह जानने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. सोमवार तक यह पता चल जाएगा.

क्रैमर ने किया ‘ब्लैक मंडे’ की भविष्यवाणी

ट्रंप की ओर से भारत पर 26 फीसदी और चीन पर 34 फीसदी सहित दूसरे देशों पर अधिक शुल्कों के अलावा सभी आयातों पर 10 फीसदी टैरिफ की घोषणा के तुरंत बाद जिम क्रैमर ने संभावित शेयर बाजार क्रैश को लेकर चेतावनी दी. उन्होंने कहा, “एक नई कमजोर विश्व व्यवस्था का निर्माण करना मुश्किल है. मैं कोशिश कर रहा हूं लेकिन अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं है जो अक्टूबर 87 के चित्र को सामने से हटा सके.” इससे इतर, दूसरे एक्स पोस्ट में उन्होंने 1987 ब्लैक मंडे के अनुभव को याद भी किया. उन्होंने लिखा, “देखिए, मैं निश्चित रूप से नहीं चाहता कि 1987 फिर से हमारे सामने आए. लेकिन मैंने उस अवधि के दौरान व्यापार किया और मुझे सबकुछ याद है.”

आखिर क्या था 1987 के ब्लैक मंडे मार्केट क्रैश?

जिम क्रैमर की ब्लैक मंडे की भविष्यवाणी पूरे इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रही है. क्रैमर लिखते हैं कि 19 अक्टूबर 1987 को कुख्यात वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज (DJIA) का इंडेक्स एक ही दिन में 22.6 फीसदी नीचे चला गया था. फेडरलहिस्ट्रीरिजर्व.ऑर्ग के मुताबिक, “यह इतिहास में सबसे बड़ी एक दिवसीय शेयर बाजार गिरावट थी.”

शेयर बाजार में एक दिन की भयावह गिरावट ने एक स्नोबॉल इफेक्ट पैदा कर दिया था. दुनिया भर में यह गिरावट जारी रही थी. कॉरपोरेट फाइनेंस इंस्टीट्यूट के अनुसार, यह गिरावट हांगकांग से शुरू हुई और यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका पहुंचने से पहले पूरे एशिया और यूरोप में फैल गई थी.