ग्लोबल मार्केट पर मंडरा रहा अभी भी ये खतरा, क्या आज बरकरार रहेगी शेयर बाजार की उछाल? इन फैक्टर्स से समझें

Indian Stock Market: 10 दिनों की गिरावट के बाद 5 मार्च को बाजार में तेज उछाल आया, निफ्टी 1 फीसदी से अधिक चढ़ा, साथ ही औसत से अधिक वॉल्यूम भी पॉजिटिव का संकेत दे रहा था. इस तेजी ने बुल्स के मजबूत होने की उम्मीदें जगाई हैं, लेकिन आने वाले सत्र में बाजार की चाल कैसी रहेगी, ये कुछ फैक्टर्स तय कर सकते हैं.

कैसी रहेगी बाजार की चाल? Image Credit: Getty image

Indian Stock Market: बुधवार 5 मार्च को भारतीय शेयर बाजार में जोरदार तेजी देखने को मिली. पॉजिटिव एशियाई, यूरोपीय बाजार और सभी सेक्टरों में खरीदारी के बीच 10 दिनों की गिरावट का सिलसिला टूट गया. सेंसेक्स 740.30 अंक या 1.01 फीसदी बढ़कर 73,730.23 पर बंद हुआ. निफ्टी 254.65 अंक या 1.15 फीसदी बढ़कर 22,337.30 पर था. बाजारों में जोरदार उछाल के बावजूद एक्सपर्ट कुछ चीजों को लेकर अभी भी सतर्क बने हुए हैं. ऐसे में गुरुवार को भारतीय शेयर मार्केट की चाल कैसी रह सकती है… आइए कुछ फैक्टर्स को समझ लेते हैं.

रिकवरी या डेड कैट बाउंस

जानकार ग्लोबल ट्रेड टेंशन और महंगाई दर की चिताओं के बीच स्थिरता को लेकर सतर्क बने हुए हैं. बुधवार को ऑटो, मेटल और आईटी जैसे सेक्टरों में बढ़त का नेतृत्व किया. रैली टेक्निकल इंडिकेटर्स के ओवरसोल्ड स्थितियों के संकेत देने के कारण आई. ग्लोबल मार्केट पर अभी भी मंडराते हुए ट्रंप के टैरिफ के खतरों के बीच निवेशक इस बात को लेकर विभाजित हैं कि क्या यह एक रिकवरी की शुरुआत है या सिर्फ एक डेड कैट बाउंस है. ऐसे में मार्केट में उठा-पटक नजर आ सकता है.

क्रूड ऑयल की कीमत

अमेरिकी क्रूड ऑयल के भंडार में उम्मीद से अधिक वृद्धि दर्ज होने के बाद बुधवार को तेल की कीमतों में तीसरे दिन भी गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों के लिए और भी परेशानी खड़ी हो गईय क्योंकि ओपेक+ द्वारा अप्रैल में उत्पादन में वृद्धि की योजना के बारे में चिंता है.

इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कनाडा, चीन और मैक्सिको पर टैरिफ लगाने से व्यापार तनाव बढ़ गया है. ब्रेंट फ्यूचर 10:49 a.m. EST (1549 GMT) तक 2.19 डॉलर या 3.1% गिरकर 68.85 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड 2.55 डॉलर या 3.7% गिरकर 65.71 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.

अमेरिकी शेयर बाजार

बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में मिलाजुला रुख रहा, क्योंकि नौकरियों की रिपोर्ट ने अर्थव्यवस्था में मंदी की चिंता को हवा दी और निवेशकों ने टैरिफ वॉर पर ध्यान केंद्रित किया. शुरुआती घंटों में डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 2.6 अंक या 0.01 फीसदी गिरकर 42,518.37 पर आ गया. S&P 500 3.2 अंक या 0.06 फीसदी बढ़कर 5,781.36 पर पहुंच गया, जबकि नैस्डैक कंपोजिट 27.8 अंक या 0.15 फीसदी बढ़कर 18,312.965 पर पहुंच गया.

नकदी की कमी को दूर करने की तैयारी में RBI

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने टैक्स के आउटफ्लो और लक्ष्य को पूरा करने की दौड़ में बैंकों की ओर से की जा रही जल्दबाजी के बीच चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 25) के अंत तक नकदी की तंगी की आशंका को देखते हुए बुधवार को नए उपायों की घोषणा की. इससे बैंकिंग सिस्टम में करीब 1.9 ट्रिलियन रुपये की नकदी आएगी.

आरबीआई ने कहा कि वह 12 मार्च और 18 मार्च को 50,000 करोड़ रुपये की दो किस्तों में 1 ट्रिलियन रुपये मूल्य की सरकारी सिक्योरिटीज की खरीद के लिए ओपन मार्केट ऑपरेशन (ओएमओ) नीलामी करेगा. इसके अलावा, 36 महीने की अवधि के साथ 10 अरब डॉलर के लिए USD/INR खरीद-बिक्री स्वैप नीलामी 24 मार्च को निर्धारित है. बैंकिंग सिस्टम में नकदी लाने की RBI कोशिश बैंकिंग सेक्टर के शेयरों पर पॉजिटिव असर डाल सकती है.