अमेरिकी शेयर मार्केट में तबाही, आज कैसी रहेगी भारतीय बाजार की शुरुआत? समझें ये फैक्टर्स
Share Market Today: सोमवार को दोनों ही इंडेक्स ने कारोबारी सत्र के पहले हिस्से में बढ़त दर्ज की, लेकिन कारोबार के अंत में बिकवाली के दबाव में वे गिर गए. कुल मिलाकर, बीएसई-लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 4.65 लाख करोड़ रुपये घटकर 39.36 लाख करोड़ रुपये हो गया.
Share Market Today: सोमवार को भारतीय बाजार में गिरावट दर्ज की गई और निफ्टी ने तीन दिन की बढ़त का सिलसिला तोड़ दिया. रिलायंस इंडस्ट्रीज और इंडसइंड बैंक जैसे दिग्गज शेयरों में गिरावट के चलते इंडेक्स पर दबाव पड़ा और अमेरिकी टैरिफ को लेकर अनिश्चितता के कारण सेंटीमेंट कमजोर हुआ. बीएसई सेंसेक्स 217.41 अंक या 0.29 फीसदी की गिरावट के साथ 74,115.17 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 92.20 अंक या 0.41 फीसदी की गिरावट के साथ 22,460.30 पर बंद हुआ. मंगलवार यानी आज के कारोबार में कुछ अहम फैक्टर्स बाजार की चाल को प्रभावित कर सकते हैं.
बाजार में अस्थिरता के संकेत
इंडिया VIX एक दिन की गिरावट के बाद वापस उछला और 3.82 फीसदी बढ़कर 13.99 के स्तर पर पहुंच गया. यह बाजार में अस्थिरता में वृद्धि के संकेत देता है, जिससे बुल्स थोड़ा सतर्क हो गए हैं. अगर यह तेजी से बढ़ता रहा, तो बुल्स खुद को असहज स्थिति में पा सकते हैं.
अमेरिकी बाजार में गिरावट
सोमवार को अमेरिकी शेयर इंडेक्स में गिरावट आई और टेक-हैवी नैस्डैक में लगभग 4 फीसदी टूट गया. दरअसल, सप्ताह के अंत में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणियों ने आशंका जताई कि ट्रेड वॉर आर्थिक मंदी को जन्म दे सकता है. दोपहर 12:12 बजे Dow Jones इंडस्ट्रियल एवरेज 480.31 अंक या 1.12 फीसदी गिरकर 42,321.41 पर आ गया, S&P 500 122.83 अंक या 2.13 फीसदी गिरकर 5,647.37 पर आ गया और नैस्डैक कंपोजिट 623.75 अंक या 3.43 फीसदी गिरकर 17,572.47 पर आ गया.
भारतीय दवा निर्माता कंपनियां और टैरिफ
भारतीय दवा निर्माता कंपनियां पोर्टफोलियो में बदलाव और मैन्युफैक्चरिंग में बदलाव पर विचार कर रही हैं. अमेरिका से बाहर ऑपरेट करने वाली भारतीय दवा कंपनियों को अमेरिकी आयात शुल्क की मार के बावजूद मुनाफे में बने रहने के लिए अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को रिजनेबल बनाने के साथ मैन्युफैक्चरिंग में बदलाव करना पड़ सकता है. वर्तमान में, भारतीय दवा कंपनियों को अमेरिका में लगभग जीरो इंपोर्ट ड्यूटी का सामना करना पड़ता है. इस वजह से आज के कारोबार में फार्मा सेक्टर के शेयरों में हलचल देखने को मिल सकती है.
अमेरिकी डॉलर टूटा
सोमवार, 10 मार्च को अमेरिकी डॉलर जापानी येन और स्विस फ्रैंक के मुकाबले पांच महीने के निचले स्तर पर आ गया, क्योंकि बाजार में डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ और अमेरिका में संभावित आर्थिक मंदी को लेकर चिंता देखने को मिल रही है. सोमवार को जापानी येन के मुकाबले अमेरिकी डॉलर 0.76 फीसदी गिरकर 146.91 पर आ गया और ग्रीनबैक अपने इंट्राडे निचले स्तर 146.625 पर पहुंच गया, जो अक्टूबर 2024 के बाद का सबसे निचला स्तर है. अमेरिकी डॉलर स्विस फ्रैंक के मुकाबले 0.06 फीसदी गिरकर 0.879 पर आ गया, जो दिसंबर 2024 की शुरुआत के बाद का सबसे निचला स्तर है.
महंगाई के आंकड़े
जल्द ही CPI महंगाई दर और IIP औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े आने वाले हैं. बाजार को इस आंकड़े का भी इंतजार है. यह डेटा बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.