सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलते ही इस शेयर में आई तेजी, जानें पूरा मामला

आज वेदांता के शेयर मजबूती के साथ ट्रेड कर रहे हैं. जबकि बाजार में बिकवाली का माहौल है. दरअसल, इसके पीछे सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला है जिसके बाद शेयरों में तेजी देखी जा रही है. आइए आपको पूरी बात बताते हैं.

आज वेदांता के शेयरों में तेजी देखी जा रही है. Image Credit: TV9 Bharatvarsh

आज वेदांता के शेयरों में शानदार तेजी देखी जा रही है. इसके शेयरों में आज 2 फीसदी की तेजी देखी जा रही है. यह तेजी तब देखी जा रही है, जब बाजार में चौतरफा बिकवाली का माहौल है. इस तेजी के पीछे सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला है, जिसने इसके शेयरों में जान भर दी है. आइए आपको पूरी बात बताते हैं.

सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?

सुप्रीम कोर्ट के फैसले में राज्यों को खनन और खनिज वाली जमीन पर टैक्स लगाने का अधिकार दिया गया है. लेकिन अब एक और राहत की खबर आई है. दरअसल, खान एवं खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम, 1957 की धारा 9 के मुताबिक, निकाले गए या यूज किए गए किसी भी खनिज के लिए आमदनी पर रॉयल्टी के रूप में सरकार को अदा करनी पड़ती है. इसके अलावा, यही धारा केन्द्र सरकार को प्रत्येक तीन वर्ष में एक बार अधिसूचना के माध्यम से देय रॉयल्टी की दर को बढ़ाने-घटाने का अधिकार भी देती है.

क्या चल रहा Vedanta के शेयरों का भाव?

वेदांता के शेयर फिलहाल ( खबर लिखते वक्त तक ) 1.5 फीसदी तेजी के साथ 465.30 रुपये के भाव पर NSE पर कारोबार कर रहे हैं. शेयरों में बीते एक महीने में 6 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई है. हालांकि इस शेयर ने एक साल में 94 फीसदी से ज्यादा का मुनाफा अपने निवेशकों को दिया है. वहीं 5 साल में 190 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है. अगर 52 वीक रेंज की बात करें तो इसने 230.75 रुपये का लो और 467.80 रुपये का हाई लगाया था. इस शेयर में आज 43 लाख से ज्यादा का वॉल्यूम देखने को मिल रही है.

क्या करती है कंपनी?

वेदांता लिमिटेड एक विविध प्राकृतिक संसाधन समूह है जो खनिजों और तेल एवं गैस की खोज, निष्कर्षण और प्रॉसेसिंग से जुड़ा है. यह ग्रुप जस्ता, सीसा, चांदी, तांबा, एल्यूमीनियम, लौह अयस्क और तेल एवं गैस की खोज, उत्पादन और बिक्री के कारोबार से जुड़ा है.

डिसक्‍लेमर– मनी9लाइव आपको किसी शेयर या म्‍यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. इंवेस्‍टमेंट से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्‍य लें.