Waaree Energies का शेयर दो दिन में 15% टूटा, जानें क्यों हो रही गिरावट?

Waaree Energies के शेयर में पिछले दो दिन में 15% की गिरावट आ चुकी है. पिछले महीने 28 अक्टूबर को लिस्टिंग के वक्त करीब 70% का गेन देने वाला यह शेयर इश्यू प्राइस से 150% ऊपर जा चुका है. लेकिन, अब इसमें अचानक गिरावट शुरू हो गई है. आइए जानते हैं क्या हैं गिरावट का कारण.

वारी फ्लोटिंग सोलर पैनल Image Credit: Waaree Renewable tech

अक्टूबर में बाजार में जारी भारी गिरावट के बावजूद Waaree Energies के आईपीओ को बंपर सब्सक्रिप्शन मिला. लिस्टिंग के बाद भी इसमें लगातार उछाल आया है. आईपीओ में 1503 रुपये के इश्यू प्राइस के बाद शेयर की 2,550 रुपये पर जबरदस्त लिस्टिंग हुई. इसके बाद कंपनी ने 9 करोबारी सत्र में 3743 रुपये का शीर्ष स्तर छुआ है. हालांकि, अब यह अपने शीर्ष स्तर से 17% गिर चुका है. इसके अलावा 15% की गिरावट पिछले दो दिन में आई है.

शुक्रवार को वारी एनर्जी के शेयर में 7.13% की गिरावट हुई. 238.65 रुपये टूटकर यह 3,110 रुपये पर बंद हुआ. शुक्रवार को इसकी ओपनिंग 3,304.95 रुपये पर हुई. कारोबार के दौरान 3,414.00 हाई और 3,056.75 लो रहा. इससे पहले बुधवार को इसका शेयर 3632 रुपये बंद हुआ. इसके बाद गुरुवार को यह 3346 पर क्लोजिंग हुई. इस तरह बुधवार से शुक्रवार के दौरान शेयर में 522 रुपये की गिरावट आ चुकी है. इस तरह बुधवार की क्लोजिंग से शुक्रवार की क्लोजिंग के दौरान यह 14% से ज्यादा टूट चुका है.

वारी एनर्जीज का आईपीओ 21 अक्टूबर को बोली के लिए खुला था, जबकि इसकी लिस्टिंग 28 अक्‍टूबर को हुई थी. कंपनी ने इश्‍यू प्राइस 1503 रुपये तय किया था. NSE पर लिस्टिंग के वक्‍त वारी एनर्जीज के शेयरों की लिस्टिंग अपने प्राइस बैंड से 66.33 प्रतिशत ज्यादा पर हुई थी. इसके अलावा कंपनी ने आईपीओ में 97 लाख सब्सक्रिप्शन हासिल कर रिकॉर्ड बनाया था. कंपनी का कारोबार भारत के बाहर भी फैला हुआ है.

किस वजह से आई गिरावट

अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों में डोनाल्ड ट्रंप को बहुमत मिला है. कंपनी का अमेरिका में अच्छा कारोबार चल रहा है. लेकिन, ट्रंप अमेरिकी कंपनियों को संरक्षण देने के लिए भारत और चीन जैसे देशों की कंपनियों पर कड़ा रुख अपना सकते हैं. इससे आने वाले दिनों में कंपनी का कारोबार प्रभावित हो सकता है. यह सबसे बड़ी वजह है कि कंपनी के शेयरों में बड़ी गिरावट आने लगी हैं.

ट्रंप ने कही ये डराने वाली बात

राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद डोनाल्ड ट्रंंप ने अपने विजय भाषण में कहा कि पद संभालते ही पहले दिन वे अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं को बंद कर देंगे. वारी एनर्जीज अंमेरिका में इस तरह की परियोजनाओं पर काम कर रही है. इसी वजह से वारी के निवेशकों में चिंता है. विश्लेषकों का मानना ​​है कि वारी जैसी भारतीय कंपनियों के राजस्व में अमेरिकी निर्यात का बड़ा हिस्सा है. अगर अमेरिका इस क्षेत्र में घरेलू विनिर्माण को प्राथमिकता देता है, तो इन कंपनियों को अपने विस्तार योजनाओं में बड़े समायोजन करने होंगे.

ट्रंप को क्या आपत्ति

मोटे तौर पर ट्रंप को भारत के साथ अमेरिका के कारोबार को लेकर आपत्ति है. ट्रंप का मानना है कि भारत-अमेरिका के बीच व्यापार संतुलित नहीं है. भारत की तरफ से अमेरिका को जितना निर्यात किया जाता है, उतना ही निर्यात अमेरिका भारत को करे.

वारी पर क्या संकट

ट्रंप को इस बात पर भी आपत्ति है कि भारतीय कंपनियां, खासतौर पर अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियां चीन से आयात किए गए सामान का इस्तेमाल अमेरिका में कर रही हैं, जबकि अमेरिका ने इस क्षेत्र में चीनी कंपनियों को सीधी पहुंच नहीं दे रखी है. इस तरह भारतीय कंपनियां परोक्ष रूप से चीनी सामान अमेरिका तक पहुंचा रही हैं. वारी को भी अपने सोलर मॉड्यूल से जुड़े तमाम हिस्से चीन से आयात करने पड़ते हैं. यही वारी के लिए संकट की वजह है.

इन कंपनियों में भी हुई गिरावट

अक्षय ऊर्जा पर ट्रंप के रुख से सिर्फ वारी का शेयर ही प्रभावित नहीं हुआ है. बल्कि, इस क्षेत्र की ज्यादातर कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई है. अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर में भी 1 प्रतिशत से ज्यादा गिरावट हुई है. केनेस टेक्नोलॉजी में 1 प्रतिशत गिरावट हुई. ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक, वेबसोल एनर्जी सहित अन्य भी लाल निशान में बंद हुई हैं.