शेयर के लिए BNPL फायदे का सौदा या घाटा, ये है पूरा हिसाब-किताब, जान लें ‘बॉय नाउ पे लेटर’ का रिस्क

आज, आपको Buy Now, Pay Later (BNPL) के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं जिसको लेकर इसकी चर्चा काफी तेज हो चुकी है. आइए जानते हैं कि इसमें ऐसे क्या है कि सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है. साथ ही सेबी भी निवेशकों को अलर्ट कर रहा है.

क्या है BNPL? Image Credit: broker website

What is Buy Now, Pay Later (BNPL) In Stock Market: ICICI डायरेक्ट का नया टीवी विज्ञापन, जिसमें “Buy Now, Pay Later (BNPL)” ऑप्शन के तहत शेयर खरीदने की सुविधा दी जा रही है. इसको लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर चर्चा का विषय बन गया है. इस सुविधा के तहत निवेशक ब्रोकर्स से उधार लेकर शेयर खरीद सकते हैं लेकिन इसमें जोखिम भी शामिल हैं. दरअसल, भारत में ज्यादातर ब्रोकर्स मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी (MTF) प्रदान करते हैं, जिसे “BNPL” विकल्प की तरह पेश किया जाता है. इस सुविधा के तहत, निवेशक यदि पास में पर्याप्त पूंजी न हो, तो ब्रोकर्स से पैसे उधार लेकर अधिक शेयर खरीद सकते हैं. लेकिन यह बात समझना जरूरी है कि आपको फायदा हो या नुकसान ब्याज तो देना ही होगा. साथ ही ब्रोकरेज फर्म औसतन 15 फीसदी के करीब ब्याज ले रहे हैं. ऐसे में शेयर अगर मुनाफा भी कमा रहा है तो वह नेट फायदे के तहत कम से कम 15 फीसदी से ज्यादा रिटर्न देगा, तभी निवेशकों को फायदा मिलेगा..

Sana Securities के संस्थापक रजत शर्मा ने X पर जाहिर की चिंता

Sana Securities के संस्थापक रजत शर्मा ने X पर अपनी चिंता जाहिर की और लोगों को इस ऑफर के संभावित वित्तीय नुकसान के बारे में सचेत किया. उन्होंने ट्वीट किया, “हर कोई शब्दों के बीच का मतलब नहीं समझ पाता.”

शर्मा ने बताया कि इस लोन पर लगने वाला ब्याज 9.69 फीसदी से 20 फीसदी सालाना तक हो सकता है, और यह सिर्फ बकाया 75 फीसदी रकम पर नहीं, बल्कि पूरे लोन अमाउंट पर लागू होता है. इसका मतलब यह है कि अगर शेयर का मूल्य नहीं बढ़ता या उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं करता, तो निवेशक को सोच से कहीं ज्यादा पैसा चुकाना पड़ सकता है.

सोर्स- X

मार्जिन ट्रेडिंग की मौजूदा हालत और सेबी की चेतावनी

NSE डेटा के अनुसार MTF बुक का कुल मूल्य 20 फरवरी 2025 तक: 72,634 करोड़ रुपये है. इस पर शेयर बाजार नियामक SEBI ने MTF के लिए कुछ कड़े नियम बनाए हैं. साथ ही नए निवेशकों को उधार लेकर निवेश करने से बचने की सलाह दी गई है, क्योंकि इसमें भारी नुकसान की संभावना रहती है.

क्या है BNPL या MTF?

MTF (Margin Trading Facility) एक तरीका है जिससे निवेशक अपने पास कम पैसे होने के बावजूद शेयर खरीद सकते हैं. इसमें ब्रोकरेज फर्म (जैसे Zerodha, ICICI Direct आदि) निवेशक को पैसे उधार देती है, जिससे वह ज्यादा शेयर खरीद सकते हैं. हालांकि, इस पर ब्याज देना पड़ता है और यदि शेयर का भाव गिर जाए, तो नुकसान भी हो सकता है.

ब्रोकर द्वारा ब्याज दरें

ब्रोकर का नामब्याज दर (प्रतिवर्ष)ब्याज दर (प्रतिदिन)
Angel One14.99%0.041%
HDFC Sky12.00%0.033%
ICICI Dirrect20.49%0.056%
Fyers18.00%0.049%
UpstoxN.A.20 रुपये प्रति दिन
Zerodha14.60%0.040%
सोर्स-ब्रोकर वेबसाइट

MTF कैसे काम करता है?

निवेशक को MTF के लिए अपने ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म पर अप्लाई करना पड़ता है.
शेयर खरीदने के लिए उसे कुल कीमत का 25-50 फीसदी रकम खुद लगानी होती है, बाकी रकम ब्रोकरेज कंपनी देती है.
यदि निवेशक के पास अतिरिक्त शेयर हों, तो वह उन्हें गिरवी रखकर भी पैसा उधार ले सकता है.
इस उधारी पर ब्रोकरेज फर्म 9-20 फीसदी सालाना तक का ब्याज वसूलती है.

क्या है BNPL फायदे?

क्या है BNPL के नुकसान?

उदाहरण से समझें

मान लीजिए कि आप किसी कंपनी के 10,000 रुपये के शेयर खरीदना चाहते हैं. जिसे आपको लगता है कि इसमें कुछ दिनों बाद तेजी आ सकती है. इस दौरान आपके पास पैसे नहीं हैं. उस कंडीशन में आप MTF का उपयोग करके आप 2500 रुपये पेमेंट करके 10,000 रुपये तक का शेयर खरीद सकते हैं. यदि शेयर का भाव बढ़ता है, तो आपको ज्यादा मुनाफा होगा. लेकिन यदि शेयर गिर जाता है, तो आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. लेकिन दोनों परिस्थितियों में आपको ब्याज चुकाना पड़ता है.

डिसक्लेमर: Money9live किसी भी स्‍टॉक्‍स में निवेश की सलाह नहीं देता है. निवेश से पहले आप अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें. वेबसाइट किसी भी नफा-नुकसान के लिए जिम्‍मेदार नहीं होगी.