RPower: महीने भर में 61 फीसदी का उछाल, अब कितने रुपये तक जाएगा रिलायंस पावर का शेयर

बीते दिन रिलायंस पावर के शेयर पांच फीसदी की तेजी के साथ अपने नए 52 वीक के हाई लेवल 51.10 रुपये पहुंच गया है. रिलायंस पावर के शेयर ने एक महीने में 61.69 फीसदी की बढ़त हासिल की है. शेयर आगे कितनी कमाई कराएगा, जान लीजिए.

रिलायंस पावर का नया टार्गेट प्राइस क्या है? Image Credit: Getty images

रिलायंस पावर लिमिटेड के शेयरों ने गिरावट के बाद जोरदार वापसी की है. स्टॉक लगातार 14 दिनों से रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाते जा रहा है. बीते दिन रिलायंस पावर के शेयर पांच फीसदी की तेजी के साथ अपने नए 52 वीक के हाई लेवल 51.10 रुपये पहुंच गया है. स्टॉक ने महीने भर में ही 61.69 फीसदी की बढ़त हासिल की है और 2024 में अब तक 113.36 फीसदी की तेजी के साथ निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न दिया है. अब यह स्टॉक कितने रुपये तक जाएगा, इसका अगला टार्गेट क्या है जान लीजिए.

बोर्ड की बैठक

बीएसई और एनएसई ने रिलायंस पावर की सिक्योरिटिज को शॉर्ट टर्म एडिशनल सर्विलांस (ASM) फ्रेमवर्क के तहत रखा है. शेयर कीमतों में हाई वोलैटिलिटी के बारे में निवेशकों को सावधान करने के लिए एक्सचेंज शेयरों को ASM फ्रेमवर्क के तहत रखते हैं. अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी 3 अक्टूबर को बोर्ड की बैठक आयोजित करने वाली है. इसमें इक्विटी शेयरों और इक्विटी-लिंक्ड सिक्योरिटिज या इक्विटी शेयरों में कन्वर्टिबल वारंट जारी करके लॉन्ग टर्म के लिए रिसोर्स जुटाने पर विचार होगा और अप्रूव किया जाएगा.

कितने रुपये तक जाएगा स्टॉक

पिछले तीन सप्ताह में रिलायंस पावर का स्टॉक 51 रुपये के लेवल से आगे बढ़ गया है. मंत्री फिनमार्ट के फाउंडर अरुण मंत्री ने मनी9 के साथ बातचीत में रिलायंस पावर पर अपनी राय दी. उन्होंने कहा कि अभी इस स्टॉक में कोई बाय या सेल की सलाह नहीं है. हालांकि, 45-46 रुपये के स्टॉप लॉस को जरूर मेंटेन करें. साथ ही उन्होंने बताया कि फिलहाल 57 रुपये तक का टार्गेट है. पिछले पांच दिनों में रिलायंस पावर के शेयर 23 फीसदी से अधिक की तेजी आई है. पिछले छह महीने में यह स्टॉक 68.61 फीसदी चढ़ा है.

कन्वर्टिबल वारंट

इससे पहले 23 सितंबर को रिलायंस पावर के बोर्ड ने कंपनी के शेयरों में कन्वर्टिबल वारंट के जरिए 462 मिलियन इक्विटी शेयर जारी करने को मंजूरी दी थी. इसके लिए इश्यू प्राइस 33 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था, जो कि प्रेफरेंशियल अलॉटमेंट के जरिए कुल 1524.6 करोड़ रुपये होगा.