इस वजह से IRFC का हालत बेहाल, निवेशकों के लिए बुरा दौर! जानें कंपनी क्या कर रही प्लान?
बीते कुछ समय से IRFC को लेकर निवेशक काफी परेशान हैं, उन्हे समझ नहीं आ रहा है कि इस शेयर को लेकर क्या करें? इसकी गिरावट की असली वजह क्या है? शेयर अपने एक साल के हाई से 43 फीसदी डिस्काउंट पर कारोबार कर रहा है. आइए आपको इन सारे सवालों का जवाब देते हैं.
Indian Railway Finance Corporation (IRFC) के शेयरों ने पिछले कुछ सालों में शानदार रिटर्न दिए हैं. लेकिन अब हालात बदल चुके हैं. जुलाई 2024 के टॉप से यह शेयर करीब 43 फीसदी गिर चुका है और आगे भी इसमें सुधार के संकेत कम ही नजर आ रहे हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह है – कंपनी की ग्रोथ का ठहर जाना.
IRFC रेलवे के लिए फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन है लेकिन अब इसके लोन देने की प्रक्रिया रुक गई है. पिछले 5 तिमाहियों से IRFC ने भारतीय रेलवे को कोई नया लोन नहीं दिया है, जिससे इसका कारोबार प्रभावित हो रहा है. कंपनी इस संकट से उबरने के लिए नए सेक्टर्स में इंवेस्ट कर रही है. इसमें कई चुनौतियां भी हैं. आइए जानते हैं कि IRFC किन दिक्कतों का सामना कर रहा है और निवेशकों को आगे क्या रणनीति अपनानी चाहिए.
IRFC की ग्रोथ क्यों रुक गई?
IRFC पिछले कई सालों तक भारतीय रेलवे के कैपेक्स के लिए प्रमुख फाइनेंशियल सोर्स बना रहा. इसके अलावा पिछले 5 सालों में इसकी AUM 18 फीसदी की दर से बढ़ी. इसे रेलवे से लगातार लीज रेंटल मिलता रहा. जिसके कारण इसकी आय स्थिर होती रही. दरअसल, इसका पूरा कारोबार रेलवे को लोन देने पर आधारित था और चूंकि ये सरकारी गारंटी वाले लोन होते थे, इसलिए यह लो-रिस्क बिजनेस था.
अब समस्या क्या है?
- IRFC की ग्रोथ रेलवे के कैपेक्स पर निर्भर थी. लेकिन अब रेलवे का कैपेक्स स्लो हो गया है जिससे इसका कर्ज देने का सिलसिला भी रुक गया है. पिछले 5 तिमाहियों से IRFC ने रेलवे को कोई नया लोन नहीं दिया है.
- हालांकि, कंपनी की AUM अभी स्थिर बनी हुई है लेकिन इसका कारण यह है कि IRFC अपनी मौजूदा लोन बुक पर ब्याज जोड़कर इसे बड़ा दिखा रहा है.
- IRFC के लोन बुक का 46 फीसदी हिस्सा मोराटोरियम में है, यानी अभी इनमें EMI का भुगतान नहीं हो रहा.
- AUM के घटने से सीधे IRFC का रेवेन्यू और प्रॉफिट प्रभावित होगा.
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IRFC की नई स्ट्रैटेजी
- इस संकट से उबरने के लिए IRFC अब रेलवे से हटकर अन्य सेक्टर्स में लोन देने की कोशिश कर रहा है.
- कंपनी ने ग्रीन एनर्जी, कोयला लॉजिस्टिक्स और रेलवे से जुड़े माइनिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में लोन देना शुरू किया है.
- NTPC Green Energy को ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए फंडिंग दी गई है.
- NTPC को कोयला लॉजिस्टिक्स और माइनिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए लोन दिया गया है.
- कंपनी का मानना है कि इस नई स्ट्रैटेजी से ब्याज मार्जिन 3 से 5 गुना तक बढ़ सकता है.
IRFC के शेयरों का हाल
26 मार्च को बाजार बंद होने के बाद इसके शेयरों का भाव 128.39 रुपये था. शेयर अपने एक साल के हाई से 43 फीसदी फिसल चुका है. पिछले एक महीने में इसमें 4 फीसदी से ज्यादा की तेजी रही है. पिछले एक साल में शेयर 12 फीसदी का निगेटिव रिटर्न दिया है. हालांकि 5 साल में इसने 415 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.