Ola Electric: 46 रुपये के All Time Low से 15 फीसदी तेजी का करंट, क्यों इतनी उछल-कूद मचा रहा शेयर?
Ola electric shares Price में 18 मार्च को जबरदस्त वोलैटिलिटी देखने मिली है. बाजार खुलते ही Ola Share All Time Low पर 46 रुपये के भाव पर पहुंच गया. हालांकि, इसके बाद जबरदस्त बाउंस बैक करते हुए 15 फीसदी से ज्यादा उछलकर 54 रुपये के भाव पर पहुंच गया. जानते है कि क्यों इस शेयर में इतनी उछल-कूद हो रही है?

Ola Electric Mobility Share Price में 18 मार्च को जोरदार उतार-चढ़ाव देखा गया है. मंगलवार को कारोबार शुरु होते ही ओला के शेयरों में जोरदार बिकवाली हुई और शेयर 46 रुपये के All Time Low पर पहुंच गया. हालांकि, इसके बाद तुरंत ही रिकवरी शुरू हुई और 15 फीसदी के बाउंस बैक के साथ 54 रुपये पर पहुंच गया. Ola Electric Mobility 18 मार्च को Nifty IPO इंडेक्स में टॉप गेनर स्टॉक रहा. 1:30 बजे इसका भाव 54.10 रुपये रहा. पिछले वर्ष 9 अगस्त को NSE पर लिस्टेड इस शेयर को फिलहाल 20 फीसदी के प्राइस बैंड में रखा गया है.
क्यों आई गिरावट?
सोमवार को कंपनी के शेयर में 7 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई. इसके बाद मंगलवार को बाजार खुलते ही शेयर प्राइस ऑल टाइम लो पर पहुंच गया. इस बिकवाली के पीछे असल में कंपनी की तरफ से एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी है. ओला ने एक फाइलिंग में बताया कि उसके वाहनों के लिए रजिस्ट्रेशन की सेवा देने वाली कंपनी रोसमेर्टा डिजिटल सर्विसेज लिमिटेड ने उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ दिवालियापन कार्यवाही शुरू करने की मांग की है.
फाइलिंग में क्या कहा?
शनिवार को बाजार बंद होने के बाद कंपनी ने एक नियामक फाइलिंग में कहा, “ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के ऑपरेशनल क्रेडिटर मेसर्स रोसमेर्टा डिजिटल सर्विसेज लिमिटेड की तरफ से दिवाला और दिवालियापन संहिता, 2016 (IBC) की धारा 9 के तहत एक याचिका दायर की गई है.” यह याचिका राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण की बेंगलुरु बेंच के सामने पेश की गई है. इसमें ऑपरेशनल क्रेडिटर की तरफ से दी गई सेवाओं के लिए भुगतान में चूक का आरोप लगाया गया है और ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (CIRP) शुरू करने की मांग की गई है.
कहां गायब हो गए ओला के स्कूटर
दिवालियापन कार्यवाही के अलावा ओला को गायब हुए स्कूटरों के मामले का भी सामना करना पड़ रहा है. असल में कंपनी की तरफ से बेचे गए स्कूटर और वाहन पोर्टल पर रजिस्टर हुए स्कूटरों की संख्या में भारी अंतर आया है. ओला का दावा है कि उसने फरवरी में 25 हजार स्कूटर बेचे हैं. जबकि, वाहन पोर्टल पर सिर्फ 8,651 स्कूटर ही रजिस्टर हुए हैं. ओला की तरफ से फिलहाल, इस सवाल का जवाब नहीं दिया गया है कि 16,349 स्कूटर कहां गए?
क्यों आई तेजी
शेयर का भाव 46 रुपये के ऑल टाइम लो पर पहुंचने से यह लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बन गया है. यही वजह है कि निचले स्तर से हुई जबरदस्त खरीद की वजह से 15 फीसदी का जोरदार बाउसं बैक मिला है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.