एक जूता और तीन फैक्टर्स ने बिगाड़ दी PUMA की कारोबारी चमक, दो दशक के निचले स्तर पर पहुंचा शेयर
प्यूमा के शेयरों में लगातार डाउनट्रेंड देखने को मिल रहा है. शेयर अपने दो दशक के निचले स्तर पर पर जा पहुंचा है. जो इसके निवेशकों के लिए काफी चिंता की विषय है. आइए आपको इसके पीछे का वजह बताते हैं.
जर्मन स्पोर्ट्सवियर ब्रांड Puma के शेयर गुरुवार, 23 जनवरी को 23 फीसदी गिरकर दो दशकों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए है. कंपनी की चौथी तिमाही के नतीजे उम्मीद से कमजोर रहे और वार्षिक मुनाफे में गिरावट दर्ज की गई. जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई. इस प्रदर्शन ने Adidas और Nike जैसे बड़े कंपीटीटर के साथ Puma की कंपटीशन पर सवाल खड़े कर दिए हैं. आइए आपको इसके पीछे की बड़ी वजह बताते हैं.
कमजोर नतीजे और बाजार का असर
Puma ने अपनी चौथी तिमाही में केवल 9.8 फीसदी की बिक्री में बढ़ोतरी हासिल की है. इसके अलावा, कंपनी का सालाना मुनाफा 305 मिलियन यूरो से घटकर 282 मिलियन यूरो रह गया. गुरुवार को फ्रैंकफर्ट ट्रेडिंग में Puma के शेयर 19 फीसदी तक गिर गए, जो पिछले 20 वर्षों में सबसे बड़ी गिरावट है. बुधवार को यह 22.8 फीसदी गिरकर 32.3 यूरो पर बंद हुए, जो फरवरी 2018 के बाद का सबसे निचला स्तर है.
कमजोर बिक्री
Puma ने 1999 के “Speedcat” जैसे पुराने जूतों को फिर से लॉन्च करने की कोशिश की है. हालांकि, JPMorgan के अनुसार, इन जूतों की बिक्री उम्मीद से काफी कम रही है.
बढ़ती लागत और उच्च कीमतें
Puma ने ब्रांड छवि सुधारने के लिए मार्केटिंग पर खर्च बढ़ा दिया है. Speedcat की कीमत 109.95 यूरो रखी गई है, जो Adidas के Samba जूतों के बराबर है. हालांकि, पारंपरिक रूप से Puma के जूते Adidas और Nike से सस्ते होते थे.
मुद्रा इफेक्ट
अमेरिकी डॉलर की मजबूती Puma के लिए एक बड़ी चुनौती रही है. कंपनी अपने एशियाई सप्लायर्स को डॉलर में भुगतान करती है, जबकि उसका बड़ा रेवेन्यू यूरो में आता है.
प्रॉफिट में गिरावट
कंपनी के मुनाफे में गिरावट का एक कारण कर्ज पर बढ़े ब्याज भुगतान हैं. चौथी तिमाही में Puma का नेट प्रॉफिट केवल 24 मिलियन यूरो रहा. जो बाजार को पसंद नहीं आया.
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कुछ यूं लुढ़का Puma के शेयर
Puma बनाम Adidas
Adidas ने रेट्रो स्नीकर्स की मांग के चलते मजबूत बिक्री और मुनाफा दर्ज किया है जिससे उसका प्रदर्शन Puma से काफी बेहतर रहा. Adidas के शेयर पिछले 12 महीनों में 50 फीसदी बढ़े हैं, जबकि Puma के शेयर 19 फीसदी गिरे हैं. Puma को अब भी अपनी ब्रांड पहचान मजबूत करने और बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी.
भविष्य की रणनीति
Puma ने कमजोर नतीजों के बाद एक लागत-कटौती कार्यक्रम शुरू किया है. कंपनी का लक्ष्य 2027 तक EBITDA margin 8.5 फीसदी तक पहुंचाना है, जो 2024 में 7.1 फीसदी रहने की उम्मीद है. इसके अलावा, Puma ने 2025 तक Speedcat के 40 लाख से 60 लाख जोड़े बेचने का लक्ष्य रखा है.
Morgan Stanley ने क्या कहा?
Morgan Stanley ने कहा कि Puma की मौजूदा स्थिति उसके नवंबर के कंडीशन से काफी अलग है. कंपनी के लिए बड़ी चुनौतियां हैं, जैसे कि लैटिन अमेरिका में खराब प्रदर्शन, अमेरिकी डॉलर की मजबूती, चीन के साथ टैरिफ का बढ़ता जोखिम और ब्रांड को बढ़ावा देने में मुश्किल हो है.
डिस्क्लेमर– Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.