इन 3 वजहों से बाजार में ताबड़तोड़ रैली, दो दिन में सेंसेक्स 3,000 अंक चढ़ा, निवेशकों को 7 लाख करोड़ से ज्यादा का फायदा

15 अप्रैल के कारोबारी दिन बाजार में तूफानी तेजी देखी जा रही है. इस दौरान निफ्टी में 540 अंकों, सेंसेक्स में 1,750 अंकों और बैंक निफ्टी में करीब 1,300 अंकों की तेजी देखी गई. बाजार में ये तेजी पिछले 2 कारोबारी सत्रों से देखी गई है. आइए आपको इस तेजी के पीछे की वजह बताते हैं.

स्टॉक मार्केट रैली. Image Credit: Canva

Why Stock Market Rising Today: आज, 15 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन जोरदार तेजी देखने को मिली. बाजार की शुरुआत ही शानदार बढ़त के साथ हुई. सेंसेक्स ने 76,852 अंकों पर ओपनिंग की और कुछ ही मिनटों में 76,907 के ऊपरी स्तर तक पहुंच गया. जबकि निफ्टी 50 ने 23,368 के स्तर पर शुरुआत की और 540 अंकों की छलांग लगाई. पिछले दो कारोबारी सत्रों में भारतीय बाजारों ने शानदार तेजी गई. इस दौरान सेंसेक्स में 3,000 अंकों से ज्यादा की बढ़त देखी गई है. वहीं, निफ्टी 50 में 950 अंकों की छलांग देखने को मिली थी. इस तेजी में सबसे ज्यादा तेजी ऑटो के शेयरों में देखी गई है.

11 अप्रैल को जब बाजार बंद हुआ तो बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 4,01,55,574 करोड़ रुपये था. आज बाजार खुलने के कुछ ही समय बाद यह बढ़कर 4,08,96,825 करोड़ रुपये पहुंच गया. इस हिसाब से निवेशकों के कुछ मिनटों में 7,41,251 करोड़ रुपये का फायदा हुआ. आइए बाजार में इस तेजी के पीछे की वजह जानते हैं.

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ग्लोबल मार्केट में तेजी

अमेरिका में Apple के मजबूत प्रदर्शन और टैरिफ छूट के चलते Dow Jones, S&P 500 और Nasdaq में बढ़त देखने को मिली. इसके अलावा, एशियाई बाजारों ने भी मजबूती दिखाई. जापान का Nikkei 225 1 फीसदी से ज्यादा की तेजी दिखाई. साथ ही कोरिया और हांगकांग के बाजारों में भी तेजी देखी गई.

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ट्रेड वॉर में नरमी की उम्मीद

अमेरिका द्वारा 90 दिनों के लिए टैरिफ रोकने के बाद अब ये उम्मीद जताई जा रही है कि बैकडोर डिप्लोमेसी के जरिए व्यापारिक समझौते की दिशा में बातचीत होगी. बीते कुछ दिन पहले अमेरिकी बाजारों में भयंकर बिकवाली देखी गई थी. इस गिरावट के बाद अब वहां की सरकार भी इसका उपाय करना चाहती है.

डॉलर की कमजोरी से भारत को फायदा

अमेरिकी डॉलर की कीमतें लगभग दो साल के सबसे लोअर लेवल पर पहुंच गया है. US डॉलर इंडेक्स 100 के नीचे चला गया है जो कि लगभग दो साल बाद हुआ है. इसका मतलब है कि अमेरिका के सभी एसेट्स जैसे कि बॉन्ड, शेयर बाजार, और डॉलर पर दबाव बना हुआ है. इस कंडीशन में ऐसा माना जा रहा है कि FIIs अब अमेरिका से पैसा निकालकर भारतीय शेयर बाजार में लगा सकते हैं.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.