ऐसा क्या हुआ कि टाटा समूह के इस स्टॉक में आई बड़ी गिरावट, 52-वीक लो के करीब पहुंचा शेयर!

पिछले कुछ दिनों से टाटा समूह के इस शेयर में बड़ी गिरावट देखी जा रही है. कंपनी के शेयर अपने एक साल के निचले स्तर के करीब कारोबार कर रहे हैं. आइए जानते हैं कि ऐसा क्या हुआ कि टाटा समूह के इस शेयर को इन दिनों मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

टाटा टेक्नोलॉजीज के शेयर में गिरावट की वजह. Image Credit: freepik

why Tata Technologies share price is falling: बाजार में बिकवाली का माहौल है. वैश्विक अनिश्चितता ने बाजार को पूरा खराब कर के रखा है. हालांकि 5 मार्च के कारोबार में बाजार में शानदार तेजी देखी गई थी लेकिन बाजार में सितबंर के बाद से गिरावट देखी जा रही है. इन सब के बीच हाल के दिनों में Tata Technologies के शेयर की कीमत में भारी गिरावट दर्ज की गई है. पिछले एक महीने में कंपनी के शेयर 12.76 फीसदी गिर चुके हैं जिससे शेयर अपने 52-वीक लो 634.55 रुपये के बेहद करीब पहुंच गया है. इस गिरावट के पीछे कई प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं. आइए जानते हैं कि टाटा टेक्नोलॉजीज के शेयर में गिरावट क्यों आ रही है ?

VinFast के साथ EV प्रोजेक्ट पूरा होना

टाटा टेक्नोलॉजीज का वियतनाम की इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी VinFast के साथ एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट था, जिससे कंपनी को अच्छा रेवेन्यू मिल रहा था. लेकिन अब यह प्रोजेक्ट पूरा हो गया है और बिलिंग में कमी आने से आमदनी पर असर पड़ा है.

अन्य इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स की समाप्ति

इसके अलावा, अन्य कुछ इंजीनियरिंग अनुबंध भी समाप्त हो गए हैं, जिससे कंपनी की कमाई प्रभावित हुई है. हालांकि, टाटा टेक्नोलॉजीज ने एक यूरोपीय लग्ज़री ऑटोमेकर के साथ EV टेस्टिंग के लिए मल्टी-ईयर कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है और BMW के साथ अपनी साझेदारी को भी बढ़ाया है, लेकिन इनका असर दिखने में समय लगेगा.

कुल मिलाकर, कंपनी नए प्रोजेक्ट्स हासिल करने के प्रयास कर रही है, लेकिन बड़े सौदों को प्रभावी होने में समय लगता है, जिससे कंपनी की निकट भविष्य की कमाई पर दबाव बना हुआ है.

ऑटोमोबाइल सेक्टर की चुनौतियां

टाटा टेक्नोलॉजीज का ज्यादातर रेवेन्यू ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री से आता है और यह सेक्टर फिलहाल कई मुश्किलों का सामना कर रहा है.

अमेरिका और यूरोप में नियमों की अनिश्चितता

अमेरिका और यूरोप में EV नीतियों नियमों में बदलाव की वजह से ऑटो कंपनियों के कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं. इस कारण वे बड़े बजट वाले प्रोजेक्ट्स में निवेश करने से बच रही हैं.

यूरोप में चीनी EV कंपनियों की बढ़ती कंपटीशन

यूरोप में चीनी EV कंपनियों का दबदबा बढ़ रहा है, जिससे वहां की ऑटोमोबाइल कंपनियों पर दबाव है. कमजोर कंज्यूमर डिमांड और लागत में कटौती की वजह से कई कंपनियां अपने R&D बजट में कटौती कर रही हैं.

EV बाजार की धीमी ग्रोथ

इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार उम्मीद के मुताबिक तेजी से नहीं बढ़ रहा है और नई गाड़ियों के विकास के लिए बड़ी पूंजी की जरूरत होती है. इससे भी ऑटो कंपनियां खर्च कम कर रही हैं, जिसका सीधा असर टाटा टेक्नोलॉजीज की सेवाओं की मांग पर पड़ा है.

टाटा टेक्नोलॉजीज के शेयर का हालिया प्रदर्शन

5 मार्च को इसमें तेजी देखी गई थी. इस दौरान बाजार में भा जोरदार तेजी थी. इस तारीख को कंपनी के शेयर 674.40 रुपये के भाव पर बंद हुए थे.

सोर्स-TradingView

कंपनी के बारे में

टाटा टेक्नोलॉजीज एक भारतीय मल्टीनेशनल कंपनी है. यह ऑटोमोबाइल, एयरोस्पेस और मशीनरी कंपनियों के लिए डिजाइन, विकास और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन से जुड़ी सेवाएं उपलब्ध कराती है.कंपनी दुनिया की प्रमुख व्हीकल निर्माता कंपनियों के साथ काम करती है और अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक इंजीनियरिंग सॉल्यूशन मुहैया करती है.

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