कभी दर्जी का करते थे काम, आज हैं बेंगलुरु के सबसे अमीर शख्स

बेंगलुरु की भीड़भाड़ वाली गलियों में एक छोटी सी दुकान से शुरू हुआ सफर आज रियल एस्टेट की ऊंचाइयों को छू रहा है. यह कहानी है जुनून, मेहनत, और विश्वास की. यह कहानी है प्रेस्टिज ग्रुप की...

इरफान रजाक Image Credit: Priyanka Parashar/Mint via Getty Images

आज बेंगलुरु के आसमान को चूमने वाले ऊंचे-ऊंचे टॉवर हों, या देशभर में फैले रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स. हर ईंट, हर इमारत के पीछे खड़ा है एक ऐसा नाम जिसने इन सपनों को हकीकत में बदल दिया. 1986 में, एक छोटी सी सोच के साथ शुरू हुआ यह सफर आज भारत की रियल एस्टेट इंडस्ट्री में एक नई इबारत लिख रहा है. उस सोच का नाम है इरफान रजाक, एक ऐसा इंसान जिनके नेतृत्व में प्रेस्टिज ग्रुप ने उस ऊंचाई को छुआ है जहां तक पहुंचना केवल चुनिंदा लोगों के बस में होता है.

लेकिन इरफान रजाक की कहानी सिर्फ रियल एस्टेट की नहीं है. यह कहानी है उन पुराने दिनों की, जब उनके पिता रजाक सत्तार ने छोटी से कपड़े की दुकान से शुरूआत की. रजाक उस दुकान 20*30 के दुकान में दर्जी का भी काम करते थें. लेकिन आज वही छोटी दुकान एक विशाल फेशन स्टोर में बदल चुकी है. और, उसी तरह प्रेस्टिज ग्रुप भी पूरे देश की शान बन गया है.

शुरुआत का सफर

रियल एस्टेट और रिटेल में 48 साल के अनुभव के साथ इरफान रजाक अपने भाई रेजवान और नोमान रजाक के साथ साल 1986 में ‘प्रेस्टिज ग्रुप’ को भारतीय रियल एस्टेट की दुनिया में लाया. आज प्रेस्टिज ग्रुप सिर्फ बेंगलुरु में ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में 180 मिलियन स्क्वायर फीट से अधिक के 300 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा कर चुका है.

प्रेस्टिज द मैन स्टोर: रजाक परिवार का पहला व्यवसाय

प्रेस्टिज ग्रुप की शुरुआत से पहले रजाक परिवार का सफर “प्रेस्टिज द मैन स्टोर” से शुरू हुआ. 1956 में बेंगलुरु के कॉमर्शियल स्ट्रीट पर 600 स्क्वायर फीट की छोटी सी दुकान “प्रेस्टिज हाउस फॉर मेन” से रजाक के पिता ने शुरूआत की. इस छोटी सी दुकान ने जल्द ही बेंगलुरु के लोगों के बीच अपनी खास पहचान बनाई जहां लोग बेहतरीन तैयार कपड़े और अनोखी टेलरिंग के लिए आते थे. आज, यह स्टोर 20,000 स्क्वायर फीट का एक प्रतिष्ठित फैशन हब बन चुका है.

इरफान रजाक: भारतीय रियल एस्टेट के दिग्गज

रियल एस्टेट में कदम रखने से पहले इरफान रजाक अपने परिवार के रिटेल व्यवसाय से जुड़े थे. आज उनके विजन और मेहनत की वजह से प्रेस्टिज ग्रुप भारत के शीर्ष रियल एस्टेट कंपनियों में शामिल है. फोर्ब्स के अनुसार, इरफान रजाक की संपत्ति 1.8 बिलियन डॉलर (करीब 15,000 करोड़ रुपए) है और वे भारत के अमीर कारोबारियों में शामिल हैं. इसके अलावा, 2013 में उन्हें “रॉयल इंस्टीट्यूशन ऑफ चार्टर्ड सर्वेयर्स” (FRICS) का सम्मान मिला, जो वैश्विक स्तर पर उनकी पहचान का प्रतीक है.

दिलदार हैं रजाक

इरफान रजाक एक ऐसे बिजनसमैन हैं जिनका दिल समाज सेवा के लिए भी धड़कता है. रोटरी मिडटाउन, बेंगलुरु के पूर्व अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने कई सामाजिक कार्य किए हैं. उनकी पहल “प्रेस्टिज सिटीजन एक्स्ट्राऑर्डिनेयर अवार्ड” के जरिए वे ऐसे लोगों को सम्मानित करते हैं जिन्होंने समाज में बेहतरीन योगदान दिया है. इनमें डॉ. देवी शेट्टी, एन.आर. नारायण मूर्ति और डॉ. किरण मजूमदार-शॉ जैसी शख्सियतें शामिल हैं.

व्यवसाय में सफल होने के साथ-साथ इरफान रजाक को एडवेंचर स्पोर्ट्स का भी बहुत शौक है. वे बैंगलोर के सेंट जोसेफ कॉलेज से कॉमर्स में स्नातक हैं और अपने पुराने कॉलेज की ओर से उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया है.

प्रेस्टिज ग्रुप का मार्केट

सितंबर 2023 तक, प्रेस्टिज ग्रुप के पास 56 चल रहे प्रोजेक्ट्स हैं जो लगभग 86 मिलियन स्क्वायर फीट में फैले हुए हैं. इसके अलावा 728 एकड़ की बड़ी जमीन उनके पास है. प्रेस्टिज ग्रुप को CRISIL द्वारा DA1+ रेटिंग और ICRA से A+ रेटिंग मिली है, यह रेटिंग कंपनी के वित्तीय और प्रबंधन की स्थिरता को दर्शाता है.