स्टार्टअप्स ने 2 साल में कर दी 26 हजार की छंटनी, जानें कहां गए चूक?

भारत में Startup के खड़े होने की संख्या में तेजी आई है, लेकिन इनकी हालत ज्यादा ठीक नहीं रही, इसका क्या कारण है? इसके अलावा नौकरी देने वाले इन स्टार्टअप्स ने दो साल में 26 हजार लोगों को नौकरी से निकाल दिया. जानें क्यों...

दो साल में स्टार्टअप्स ने 26 हजार लोगों की छंटनी की है. Image Credit: Freepik/Canva

भारत में रजिस्टर्ड स्टार्टअप का डेटा देखें तो तो पता चलेगा कि 1 लाख 57 हजार 34 स्टार्टअप्स हैं. यह सरकार की स्टर्टअप इंडिया की वेबसाइट पर मौजूद है. लेकिन पिछले कुछ साल नौकरी देने वालों की बढ़ती संख्या के नहीं छंटनी के साल रहे हैं. अकेले 2024 की बात करें तो इन स्टार्टअप्स ने 9 हजार से ज्यादा लोगों को नौकरियों से निकाला है. यानी जिन स्टार्टअप्स को नौकरियां पैदा करने की मशीन बताया जाता है वहां बड़ी संख्या में छंटनियां भी हुई हैं.  

Inc42 की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में के स्टार्टअप्स ने मिलकर 2024 में 9 हजार लोगों की छंटनी कर दी है. रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 में फंडिंग संकट के कारण भारतीय स्टार्टअप्स में बड़े पैमाने पर छंटनी हुई है. आंकड़ों के हिसाब से देखें तो साल 2024 में थोड़ा सुधार हुआ है क्योंकि साल 2023 में स्टार्टअप्स ने 17,000 से ज्यादा लोगों की नौकरी छिनी थी वहीं 2024 में 9,000 कर्मचारियों की नौकरी गई है. इस हिसाब से दो साल ऐसा इसलिए हो पाया क्योंकि फंडिंग में सुधार आया, 2024 में इन स्टार्टअप्स को 10 अरब डॉलर से ज्यादा की फंडिंग मिली है.

छंटनी के बड़े कारण

स्टार्टअप्स अब खर्च में कटौती और प्रॉफिट कमाने पर ज्यादा जोर दे रहे हैं. एडटेक, फिनटेक, और हेल्थ टेक में छंटनी अधिक हुई है. कुल 30 बड़े स्टार्अप्स में छंटनी हुई है, इससे पता चलता है कि लगभग स्टार्टअप्स बुरे दौर से गुजरे हैं.

प्रमुख स्टार्टअप्स जिनमें छंटनी हुई