चंडीगढ़ का ये छोरा है लाहौरी जीरे का मालिक, किचन से निकल कोक-पेप्सी के उड़ा दिए होश

लाहोरी जीरा ने अच्छे-अच्छे सॉफ्ट ड्रिंक कंपनियों की नींद उड़ा दी है. चंडीगढ़ स्थित इस कंपनी ने सॉफ्ट ड्रिंक मार्केट में खलबली मचा दी है. हाल ही में कंपनी ने 400 करोड़ रुपये के दौर को बंद करने के लिए कई निवेशकों के साथ चर्चा की है.

सौरभ मुंजाल Image Credit: Internet

देश में कई बड़े स्टार्टअप हो रहे है. ऐसा ही एक स्टार्टअप जिसने अच्छे-अच्छे सॉफ्ट ड्रिंक कंपनियों की नींद उड़ा दी है. इस ब्रांड का नाम लाहोरी जीरा है. यह ब्रांड कार्बोनेटेड गैर-अल्कोहल ड्रिंक बेचती है. चंडीगढ़ स्थित इस कंपनी ने सॉफ्ट ड्रिंक मार्केट में खलबली मचा दी है. हाल ही में कंपनी ने 400 करोड़ रुपये के लिए निवेशकों के साथ चर्चा की है.

लाहौरी जीरा की मूल कंपनी आर्चियन फूड्स की स्थापना साल में 2017 में हुई थी. इसे तीन चचेरे भाइयों ने मिलकर शुरुआत की थी. उनका नाम सौरभ मुंजाल, सौरभ भुटना और निखिल डोडा है. इनके पास 78.8% हिस्सेदारी है. इस कंपनी का सबसे फेमस प्रोडक्ट लाहौरी जीरा है. यह 160 मिली और 240 मिली में बिकता है. कंपनी के दो manufacturing plant हैं, एक पंजाब और गुजरात में, और अब उत्तर प्रदेश में एक खोलने के लिए तैयार है. मीडिया से बात करते हुए कंपनी ने 2023-24 को 312 करोड़ रुपये का रेवेन्यू किया.

ऐसे हुई कंपनी की शुरुआत

एक बार सौरभ मुंजाल और उनके दूसरे चचेरे भाई सौरभ भुटना ने निखिल द्वारा बनाए गए जीरा ड्रिंक को चखा. वे इस बात पर सहमत हुए कि इसका बिजनेस करना चाहिए. देसी ड्रिंक सेगमेंट में गैप को देखते हुए उन्होंने रिफ्रेशमेंट ड्रिंक कैटेगरी में अपना स्टार्टअप शुरू करने का फैसला किया. साल 2017 में सौरभ मुंजाल ने अपने चचेरे भाई निखिल डोडा और सौरभ भुटना के साथ मिलकर लाहौरी जीरा की मूल कंपनी आर्चियन फूड्स की शुरुआत की. उन्होंने लाहौरी जीरा ब्रांड नाम से देसी रिफ्रेशमेंट ड्रिंक्स बनाना शुरू किया.

गौरव मुंजाल का जन्म पंजाब के एक बिजनेस परिवार में हुआ था. उनके पिता और भाई एक B2B फार्मा चलाते हैं. उन्होंने सेंट स्टीफंस स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त की. सौरभ ने अपना करियर 2012 में शुरू किया. सौरभ के चचेरे भाई निखिल घर की रसोई में मौजूद मसाले डालकर ड्रिंक्स का स्वाद बढ़ाने के लिए प्रयोग करते रहते थे.

क्या है अगला प्लान?

इटी के मुताबिक कंपनी अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी और मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज जैसी कंपनियों के साथ फंडिंग के लिए बातचीत कर रहा है. रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने बेल्जियम के निवेशक वर्लिनवेस्ट को अपनी हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा बेच सकता है. बता दें कि वर्लिनवेस्ट लाहौरी का पहला निवेशक है, वर्लिनवेस्ट ने इसके सीरीज ए राउंड में 15 मिलियन डॉलर का निवेश किया है, और वर्तमान में कंपनी में 21.2% हिस्सेदारी रखता है.

लाहौरी प्राइमरी कैपिटल में लगभग 250 करोड़ रुपये जुटाना चाहता है. हाल ही के दिनों में कंपनी ने बड़ा निवेश हासिल किया है. पहले यह कीमत महज 900 करोड़ रुपये थी, लेकिन अब यह 2,600-2,700 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है. इस निवेश से कंपनी का मूल्य लगभग तीन गुना बढ़ गया है, जो कंपनी के लिए बड़ी उपलब्धि है.