मां की मौत का सदमा और दोस्‍तों से मिले धोखे से भी नहीं टूटा हौंसला, ऐसे बनाया करोड़ों का बिजनेस

शक्तिस्‍टेलर के फाउंडर अंकित रॉय की सफलता की कहानी Image Credit:

Success Story: कहते हैं कुछ बड़ा होने से पहले जिंदगी में उतनी ही मुश्किलें भी आती हैं. ठीक ऐसा ही शक्तिस्टेलर कंपनी के फाउंडर अंकित रॉय के साथ भी हुआ. भोपाल में जन्‍में अंकित इलेक्ट्रॉनिक से बीटेक करने के बाद मुंबई में नौकरी के लिए चले गए. पांच साल तक मुंबई में काम करने के बाद अचानक खबर आई कि उनकी मां को कैंसर हो गया. वह जॉब छोड़कर अपने घर आ गए, सोचा कि वहीं दूसरी नौकरी तलाश लेंगे, लेकिन 2 साल की मेहनत के बावजूद उन्‍हें नौकरी नहीं मिली. बाद में मां का भी निधन हो गया, जिससे अंकित डिप्रेशन में चले गए. 6 महीने बाद हिम्‍मत जुटाकर उन्‍होंने बिजनेस का मन बनाया तो दोस्‍तों से धोखा मिला. मगर इस बार अंकित ने घुटने नहीं टेके, उन्‍होंने संघर्ष किया और खुद के दम पर करोड़ों का बिजनेस खड़ा किया, आज हम आपको उन्‍हीं की कामयाबी की कहानी सुनाएंगे.

साल 2018 में शुरू किया खुद का बिजनेस

अंकित पहले मुंंबई में नौकरी करते थे, लेकिन मां के बीमार होने की खबर सुनकर वह अपने घर भोपाल लौट आए. उन्‍होंने नई नौकरी ढूंढ़ने की काफी कोशिश की, लेकिन जॉब नहीं मिली. दो साल तक वह बेरोजगार रहें. फिर उन्‍होंने खुद का बिजनेस शुरू करने का फैसला किया. क्‍योंकि जब अंकित मुंबई में थे तब उन्‍हें सौर ऊर्जा यानी सोलर सिस्‍टम के कारोबार की अहमियत समझ आई. उन्‍होंने सोलर पैनल लगाने का बिजनेस शुरू किया. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक अंकित ने 2018 में अपना स्‍टार्टअप शुरू किया. पहला ऑर्डर अंकित को उनके पिता के दोस्‍त ने दिया, जिससे उन्‍हें 6 हजार रुपए की कमाई हुई. मगर इसी बीच उनकी मां गुजर गईं. इससे अंकित सदमे में आ गए. उनकी पत्‍नी ने इस दौरान उन्‍हें संभाला. अंकित को 6 महीने डिप्रेशन से बाहर आने में लगे. उन्‍होंने हिम्‍मत जुटाकर दोबारा बिजनेस शुरू करने का मन बनाया.

डेढ़ लाख रुपए लेकर भाग गया पार्टनर

बिजनेस की दोबारा शुरुआत करने पर अंकित को एक और ऑर्डर मिला, लेकिन जब उन्होंने सारा सामान खरीद लिया तो ऑर्डर देने वाले ने इसे लेने से मना कर दिया. तब अंकित ने वो सोलर पैनल अपने ही घर पर लगा लिया. चूंकि अकेले बिजनेस करना आसान नहीं था, ऐसे में उन्होंने अपने जूनियर को पार्टनर बनने को कहा, लेकिन इस दौरान उन्‍हें धोखा मिला. उनका पार्टनर डेढ़ लाख रुपए लेकर भाग गया. बाद में अंकित को एक और शख्‍स से मिला, जिसने निवेश के लिए हामी भरी, लेकिन बाद में वह भी मुकर गया. मगर अंकित ने हौंसला नहीं हारा और अपनी कोशिश जारी रखी. इस बीच उन्‍हें एक और शख्‍स मिला, जिसका नाम प्रवीण है. उनके साथ अंकित का तालमेल बन गया और उनका बिजनेस चल पड़ा. प्रवीण अब अंकित की कंपनी में मार्केटिंग का काम देखते हैं.

कितनी है कमाई?

सोलर पैनल की बढ़ती मांग ने अंकित की कंपनी शक्तिस्‍टेलर का बिजनेस भी बढ़ा दिया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 में कंपनी का टर्नओवर 3 करोड़ रुपये था जो, साल 2023 में लगभग 5 करोड़ रुपए के आसपास पहुंच गया. कंपनी भविष्‍य में इसमें और ग्रोथ की संभावनाएं देख रही है.