मां से 10 हजार रुपए उधार लेकर शुरू किया था कपड़ों का कारोबार, अब है लहंगे-शेरवानी का ये मशहूर ब्रांड

मान्‍यवर ब्रांड के मालिक रवि मोदी ने कैसे बनाई 25400 करोड़ की कंपनी, जानें कहानी Image Credit:

शादी-ब्‍याह की बात आते ही कपड़ों के नाम पर मान्‍यवर ब्रांड का नाम भी सबसे पहले जेहन में आता है. सूट-साड़ी, लहंगे से लेकर शेरवानी और सूट तक सबकी काफी डिमांड है. मगर क्‍या आपको पता है देश के इस पॉपुलर फैशन कंपनी के मालिक रवि मोदी का यहां तक का सफर कैसा रहा है, क्‍या वे शुरू से ही अमीर थे या उन्‍हें कामयाबी का ये रास्‍ता तय करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा. आज हम आपको रवि मोदी के इसी सफर के बारे में बताएंगे.

रवि मोदी बचपन से ही काफी होशियार थे. उनमें कारोबार की समझ पहले से ही थी. वह कोलकाता में अपने पिता को कपड़े की दुकान में काम करता देखते थे. उन्‍होंने मार्केटिंग और सेल्‍स समेत बिजनेस की बारीकियां तभी सीख ली थीं, जब उन्‍होंने महज 13 साल की उम्र से अपने पिता की दुकान में बैठना शुरू किया. दुकान में नौ साल तक काम करने के बाद जब रवि ने एमबीए करने की सोची तो उनके पिता ने कहा कि कारोबार के दांवपेंच उन्‍होंने पहले ही सीख लिए, जिसे अब हकीकत में आजमाने का वक्‍त है. अपने पिता की उस बात को सुन रवि ने खुद का कारोबार करने का निर्णय लिया.

मां से उधार लिए से रुपए

रवि मोदी ने अपनी मां से 10 हजार रुपए उधार लेकर साल 2002 अपनी एक दुकान खोली. जिसका नाम उन्‍होंने अपने बच्‍चे वेदांत के नाम पर रखा. भारतीय कपड़ों की मैनुफैक्‍चरिंग करने वाले वेदांत फैशन्‍स के कपड़े उत्तर प्रदेश, ओडिशा, बिहार, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में बेचे जाते थे. धीरे-धीरे उनके कपड़े लोगों को पसंद आने लगे और रवि की कंपनी फैशन जगत में उभर कर सामने आने लगी.

ऐसे हुई मान्‍यवर की शुरुआत

वेदांत फैशन्‍स के आगे बढ़ने पर एक एजेंसी ने रवि मोदी को एक ब्रांड नाम के साथ बाजार में उतरने का सुझाव दिया. तभी उन्‍होंने मान्‍यवर की नींव रखी. इसके जरिए उन्होंने सबसे पहले विशाल मेगा मार्ट और पैंटालून जैसे बड़े स्टोर्स को टारगेट किया. उन्‍होंने वहां अपने ब्रांड के कपड़े रखे, लोगों से उन्‍हें बेहतर प्रतिक्रियाएं मिलीं. उनके कपड़े बिकने लगे. कुछ समय बाद उन्होंने खुद का स्टोर खोलने का फैसला किया. उन्‍होंने मान्‍यवर का पहला स्टोर भुवनेश्वर में खोला.

विदेशों में भी जमाए कदम

रवि मोदी ने भारत के अलावा विदेशों में भी अपने कारोबार को फैलाया. मान्यवर का पहला इंटरनेशनल स्टोर 2011 में दुबई में खोला गया. मोदी की पत्नी शिल्पी कंपनी के बोर्ड में हैं जबकि उनका बेटा वेदांत कंपनी का चीफ मार्केटिंग ऑफिसर की जिम्‍मेदारी संभाल रहा है. मान्‍यवर के भारत में 600 से ज्यादा स्टोर हैं, जबकि विदेश में इसके 16 स्‍टोर हैं.

कितनी है नेटवर्थ?

एथनिक वियर ब्रांड मान्यवर के फाउंडर और एमडी रवि मोदी IIFL हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2022 में सबसे तेज रफ्तार से कमाई करने वाले बिजनसमैन के तौर पर सामने आए. वह देश के टॉप 100 अमीरों की लिस्ट में शुमार हैं. वेदांत फैशन्स का वर्तमान में लगभग 25400 करोड़ रुपए का मार्केट कैप है. फोर्ब्स के अनुसार मोदी के पास 2.8 बिलियन डॉलर (लगभग 23369 करोड़ रुपए) की संपत्ति है.