क्या है मुद्रा योजना कैसे मिलेगा लोन, जानें पूरा प्रॉसेस; इन 4 की कहानी बदल सकती है आपकी किस्मत
मुद्रा योजना ने मंगलवार को 10 साल पूरे कर लिए है. पिछले दस सालों में मुद्रा योजना ने कई सपनों को हकीकत में बदला है. इस योजना ने लाखों लोगों को आर्थिक मदद दी है. इस योजना से छोटे बिजनेस करने वालों को 10 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है. ऐसे में आइए आपको बताते है कि आप कैसे इस योजना का लाभ उठा सकते है.

Mudra Yojana: मुद्रा योजना ने मंगलवार (8 अप्रैल) को 10 साल पूरे कर लिए है. इस दौरान सरकार का दावा है कि योजना के जरिए करीब 33 लाख करोड़ रुपये से अधिक के लोन दिए गए हैं. इसके तहत 52 करोड़ से ज्यादा गारंटी मुक्त लोन जारी हुए हैं. अहम बात यह है कि योजना के तहत 70 फीसदी से ज्यादा कर्ज महिलाओं को दिए गए हैं. और योजना के तहत बेहतर रिकॉर्ड रखने वाले लाभार्थियों को 20 लाख रुपये तक का कर्ज दिया जाता है. आज हम आपको बता रहे हैं कि योजना के तहत कैसे लोन लिया जा सकता है, कौन इसका पात्र है और कुछ ऐसे लोगों की कहानियां बताएंगे, जिन्होंने मुद्रा योजना का फायदा उठाकर अपनी जिंदगी बदली है.
क्या है मुद्रा योजना?
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) भारत सरकार की एक योजना है. इस योजना से छोटे बिजनेस करने वालों को 10 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है. ये लोन उन छोटे उद्यमों के लिए है जो खेती से अलग काम करते हैं. उदाहरण के तौर दुकानदारी, मैन्युफैक्चरिंग, सर्विस सेक्टर या फिर पोल्ट्री, डेयरी, मधुमक्खी पालन जैसे काम. ये छोटे बिजनेस आमतौर पर अकेले व्यक्ति या पार्टनरशिप में चलते हैं. ब्याज की दर बैंक समय-समय पर तय करते हैं. यह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नियमों पर आधारित होती है.
आप कैसे कर सकते है आवेदन?
- बैंक या NBFC की ऑफिशियल वेबसाइट से लोन का आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें.
- फॉर्म में जरूरी जानकारी भरें और डॉक्यूमेंट को ऐड करें
- भरे हुए फॉर्म को बैंक की वेबसाइट पर ऑनलाइन जमा करें. आपको एक रेफरेंस ID या नंबर मिलेगा.
- बैंक का कोई प्रतिनिधि आपसे संपर्क करेगा. इसलिए रेफरेंस नंबर अपने पास रखें.
- फॉर्म और दस्तावेज चेक होने के बाद लोन मंजूर होगा और पैसा आपके बैंक खाते में आ जाएगा.
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इन लोगों ने बदली अपनी किस्मत
केया सरकार केया एक साधारण गृहिणी थीं. उन्हें सूट और साड़ियां डिजाइन करने का शौक था. रिश्तेदारों और पड़ोसियों ने उनके डिजाइन की तारीफ की और इसे व्यवसाय बनाने की सलाह दी. कम पूंजी से उन्होंने अपना शौक को व्यवसाय में बदला. धीरे-धीरे दुकान बढ़ी, लेकिन जगह की कमी थी. फिर उन्हें मुद्रा योजना के तहत 4 लाख रुपये का लोन दिया. इसकी मदद से केया ने न्यू बैरकपुर में ‘सूचना बुटीक’ शुरू किया. आज वे 15 महिलाओं को रोजगार देती हैं और दूसरों को प्रेरणा देते हैं. |
राजकुमार बंकिमचंद्र राजकुमार एक बेरोजगार युवक थे जो मणिपुर में रहते थे. बचपन से उन्हें गुड़िया और खिलौने बनाने का शौक था. उनकी रचनात्मकता को कोई दिशा नहीं मिली. एक दोस्त ने उन्हें मुद्रा योजना के बारे में बताया. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने उन्हें प्रोत्साहित किया और 30,000 रुपये का लोन दिया. इससे राजकुमार ने एक जगह किराए पर ली और गुड़िया-खिलौने बनाना शुरू किया. आज उनका बिजनेस तेजी से बढ़ रहा है. वे हर महीने 15,000-20,000 रुपये कमाते हैं और प्रदर्शनियों में हिस्सा लेते हैं. |
क्षमा देब क्षमा एक स्कूल टीचर थीं. वो गुवाहाटी में 6,000 रुपये कमाती थीं. पति के ट्रांसफर के कारण कोलकाता आना पड़ा. वहां उन्होंने 12,000 रुपये से साड़ी का बिजनेस शुरू किया. धीरे-धीरे कारोबार बढ़ा और उन्होंने एक बुटीक खोली. बड़े सपनों के लिए मुद्रा योजना से 10 लाख रुपये का लोन दिया. इससे क्षमा ने ‘राखी स्टिच एंड स्टाइल’ शुरू किया. अब वे दूसरों को रोजगार दे रही हैं और अपने बिजनेस को बढ़ाने की योजना बना रही हैं. |
मीरा रघुनाथ जाधव मीरा एक गृहिणी थीं.उनका परिवार पति की कमाई पर निर्भर था. एक अकेली आय से गुजारा मुश्किल था. उन्हें मुद्रा योजना के बारे में पता चला. इससे मीरा ने आटा चक्की शुरू की. अब वे हर महीने 6,000 रुपये कमाती हैं. |

इस मौके पर प्रधानमंंत्री मोदी ने क्या कंहा?
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना (PMMY) के लाभार्थियों से संवाद किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं. नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘आज हम मुद्रा योजना के 10 साल पूरे होने का उत्सव मना रहे हैं. इस पहल ने लोगों को सशक्त करके उनके कई सपनों को साकार किया है. यह दर्शाता है कि भारत के लोगों के लिए कुछ भी असंभव नहीं है. हर मुद्रा ऋण अपने साथ गरिमा, आत्मसम्मान और नए अवसर लाता है’.
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