एपल का ये काम करिए और ले जाइए 8 करोड़ रुपये का ईनाम, जानें क्या है पूरा मामला और कैसे मिलेगा पैसा

आजतक लोगों ने एपल के प्रोडक्ट को खरीदने के लिए लाखों रुपये खर्च किये होंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं एपल पैसा देना चाहता है. वो भी 8 करोड़ रुपये. एपल ने अपने एक खास सिस्टम को हैक करने वाले को करोड़ों रुपये देने की बात कही है.

Apple जल्द लॉन्च करेगा अपना पहला फोल्डेबल आईफोन Image Credit: @GettyImages

अभी तक लोगों ने एपल को लाखों रुपये दिए होंगे. कहने का मतलब है कि आजतक लोगों ने एपल के प्रोडक्ट को खरीदने के लिए लाखों रुपये खर्च किये होंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं एपल पैसा देना चाहता है. अगर किसी को हैकिंग आती है, हैकिंग कहने का अर्थ एथिकल हैकिंग से है. अगर आप एथिकल हैकिंग जानते हैं तो एपल आपको 1 मिलियन डॉलर यानी तकरीबन 8 करोड़ रुपये कमाने का मौका दे रही है.

क्या करना होगा?

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एपल अपने शोधकर्ताओं से आने वाले ‘प्राइवेट क्लाउड कंप्यूट’ के सुरक्षा से जुड़े कुछ मानकों की टेस्टिंग करना चाह रहा है. इस सर्वर की मदद से एपल इंटेलिजेंस के यूजर की ओर से भेजी गई रिक्वेस्ट को प्रोसेस करना है. यह सर्वर तभी एक्टिव होता है जब यूजर की ओर से दिया गया टास्क AI के ऑन-डिवाइस प्रोसेसिंग करने की क्षमता से ज्यादा मुश्किल हो.

कैसे होगा टेस्ट?

आइए बताते हैं एपल का यह टेस्ट कैसे होगा. एपल प्राइवेट क्लाउड कंप्यूट के मुख्य कंपोनेंट के सोर्स की का एक्सेस देगा. इसकी मदद से शोधकर्ता को टेक्नोलॉजी के सॉफ्टवेयर को समझने में आसानी होगी. अगर आप किसी तरह से प्राइवेट क्लाउड कंप्यूट को हैक कर लेते हैं और यूजर की ओर से रिक्वेस्ट की जाने वाली डाटा का पता लगा लेते हैं तब एपल आपको 250,000 डॉलर भारतीय रुपये के अनुसार तकरीबन 2 करोड़ देगी. ये रकम बढ़ भी सकती है. अगर आप किसी तरह सर्वर पर अटैक कर उसमें वायरस डाल दें तो एपल आपको 1 मिलियन डॉलर यानी तकरीबन 8.49 करोड़ रुपये देगी.

क्या होता है प्राइवेट क्लाउड कंप्यूट?

प्राइवेसी की बढ़ती चिंताओं के बीच एपल ने अपना पूरा ध्यान यूजर्स के डाटा को सुरक्षित रखने के लिए किया है. एपल का कहना है कि उसने प्राइवेट क्लाउड कंप्यूट सर्वर इसीलिए डिजाइन किया है ताकि यूजर के रिक्वेस्टेड टास्क को पूरा करने के बाद उसे डिलीट किया जा सके. इसकी मदद से यूजर के डिवाइस में सिक्योरिटी का एक अतिरिक्त लेयर एड हो जाएगा.