इन लोगों की नौकरी खाने को तैयार है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कहीं आप भी तो नहीं आने वाले चपेट में?

अगर आपके हाथ में मोबाइल है, या आप कंप्यूटर के सामने बैठे हैं, तो आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से पहले से ही रूबरू हो चुके हैं. संभव है किसी एआई मॉड्यूल से कंटेंट भी बनाने का तजुर्बा ले चुके हों. लेकिन, अब एक नई बला एजेंट एआई का आगमन हो चुका है, जो मौजूदा दौर की कई टॉप पेइंग जॉब्स के लिए खतरा है. अमेरिका में करीब 19 फीसदी लोगों की नौकरी को इससे चुनौती मिल रही है.

हाई टेक नौकरियों में इंसानों की जगह ले सकता है एजेंट एआई Image Credit: Andriy Onufriyenko/Moment/Getty Images

ट्रैफिक सिग्नल कंट्रोल करने से लेकर डाटा एनालिसिस तक कुछ भी ऐसा नहीं होगा, जो एजेंट एआई नहीं कर पाए. हम बात कर रहे हैं, एआई के सबसे नए रूप की, जो जेनरेटिव एआई से कई कदम आगे की चीज है. जेनरेटिव एआई, जिससे आप दिल बहलाने के लिए ऊंट-पटांग सवालों के जवाब मांगते हैं. अपनी अतरंगी और रंगीली कल्पनाओं के चित्र बनवाते हैं. एजेंट एआई मॉड्यूल इससे आगे की चीज है. यह आपके लिए ईमेल का जवाब देगा. आप बैठकर चाय की चुस्की ले रहे होंगे और एजेंट एआई लंबे चौड़े डाटा में आपके लिए आपके काम की चीजें खोजकर आपके लिए आगे की रणनीति बना रहा होगा.

सरकार के लिए यह सड़कों पर ट्रैफिक कंट्रोल करने से लेकर, लोगों को उनके बिजली बिल, पेंशन जैसे सवालों के जवाब दे रहा होगा. आप कहेंगे कि इसमें क्या नया है, अब भी तो आईवीआर या चैटबोट ये सब कर रहे हैं. लेकिन, एजेंट एआई गेम चेंजर होगा. यह किसी सुपर ह्यूमन की तरह काम को निपटाएगा. यह रटे-रटाये जवाब नहीं देगा. बल्कि, तात्कालिक तौर पर परिस्थितियों को समझकर कम से कम समय में समाधान तलााशेगा. इसकी क्षमताओं का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि इससे अमेरिका में 19 फीसदी नौकरियां पर संकट मंडरा रहा है.

अलादीन के चिराग से कम नहीं

आप एक ऐसी दुनिया की कल्पना करें जहा, आपका डिजिटल एजेंट आपके लिए ईमेल लिख रहा है. उसे भेज रहा है और जवाब आने पर आपके हितों को ध्यान में रखकर जवाब भी दे रहा है. इस दौरान आप बैठकर गप्पें लड़ा रहे हैं. एआई से जुड़े विकास पर नजर रखने वाले लोगों का कहना है कि यह तकनीक व्यापक स्तर पर लोगों की नौकरियों के लिए खतरा है.

जेनरेटिव एआई बनाम एजेंट एआई

एजेंट एआई की क्षमताओं को समझने के लिए पहले यह समझना जरूरी है कि यह जेनरेटिव एआई से किस तरह अलग है. सबसे पहले, तो इनके नाम ही इनका अंतर साफ कर देते हैं. जेन एआई जहां कंटेट बनाने तक सीमित है. वहीं, एजेंट एआई खुद-ब-खुद काम करने में सक्षम है. मसलन, जेन एआई को हमें एक प्रॉम्प्ट लिखकर देना होता है, जिसके आधार पर इससे हमें कंटेंट मिलता है. लेकिन, एजेंट एआई हमारे प्रॉम्प्ट के भरोसे नहीं होगा. बल्कि, उसे एक बार जो इंस्ट्रक्शन मिल जाएंगे, उनके आधार पर आगे का काम बिना आपके पूरा कर देगा.

किसके लिए सबसे बड़ा खतरा

जेनरेटिव एआई जिन लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स पर ट्रेन हुए हैं. एजेंट एआई उन्हें मॉडल्स की जानकारी के आधार पर स्वतंत्र विश्लेषण और निर्णय लेने की क्षमता रखता है. इसे सॉफ्टवेयर ऐज ए सर्विस (SaaS) बाजार में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए सबसे बड़ा और सीधा खतरा माना जा रहा है. फॉर्च्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया का सालाना सास बाजार करीब 300 अरब डॉलर का है.

ये कंपनियां कर रहीं इस्तेमाल

एजेंट एआई के इस्तेमाल में फिलहाल एक्सेंचर सबसे आगे चल रही है. कंपनी ने अपने पिछले वित्तीय वर्ष के लिए जेनरेटिव एआई पर 300 करोड़ डॉलर खर्च किए. इसके अलावा पिछले सप्ताह अमेरिका में सूचीबद्ध एजेंटिक AI ने एनविडिया के साथ एक कारोबारी साझेदारी का एलान किया. इसके तहत एनविडिया एआई को चलाने वाले जीपीयू सिस्टम बनाएगा और एजेंटिका एआई इन्हें चलाएगा.

किन लोगों की नौकरी पर संकट

एजेंट एआई बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के वेबसाइट बनाने, स्क्रीन लेआउट तैयार करने, हर पेज के लिए कंटेट बनाने, जरूरी HTML, CSS और बैकएंड कोड लिखने, ग्राफिक्स बनाने, कंटेट में सही जगह ग्राफिक्स का इस्तेमाल करने जैसे काम चुटकियों मे कर सकता है. इसके अलावा डिजाइन व कोड की टेस्टिंग, सिस्टम डीबगिंग जैसे काम पलक झपकते निपटा देगा. फिलहाल, इस तरह के काम करने के लिए हाईली ट्रेन्ड आईटी प्रोफेशनल्स की जरूरत होती है. इसके अलावा तमाम ऐसे काम हैं, जो कंप्यूटर के जरिये एजेंट एआई बिना किसी इंसानी दखल के कर सकता है.