Jio, Airtel के पसीने छुड़ाएगी BSNL, बिना सिम के शुरू करेगी कॉलिंग सर्विस
सैटेलाइट कनेक्टिविटी का रुझान बढ़ता जा रहा है. बीएसएनएल अकेली कंपनी नहीं है, इस दौड़ में जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया जैसी कंपनियां भी शामिल हैं. एलन मस्क की स्टारलिंक और अमेजॉन जैसी अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों ने भी भारत में सैटेलाइट सर्विस देने के लिए आवेदन किया है.
बीएसएनएल की मांग पिछले कुछ समय से लगातार बढ़ रही है, खासकर इसके किफायती प्लान के कारण यह सबसे पसंदीदा कंपनियों में से एक बन गई है. निजी कंपनियों के रिचार्ज में बढ़ोतरी के चलते इसके यूजरों की संख्या में इजाफा हो रहा है. टैरिफ में बढ़ोतरी के कारण बड़ी संख्या में लोग बीएसएनएल की ओर रुख कर रहे हैं. हाल ही में बीएसएनएल ने डी2डी (डायरेक्ट-टू-डिवाइस) टेक्नोलॉजी का सफल परीक्षण किया है, जिससे बिना किसी सिम कार्ड या मोबाइल नेटवर्क के कॉल की जा सकती है.
क्या है डी2डी टेक्नोलॉजी
डी2डी टेक्नोलॉजी मोबाइल डिवाइस को सैटेलाइट के जरिए जोड़ती है, जिसके लिए किसी मोबाइल नेटवर्क की आवश्यकता नहीं होती है. इससे बिना मोबाइल नेटवर्क के ऑडियो और वीडियो कॉल किए जा सकते हैं. बीएसएनएल की डी2डी टेक्नोलॉजी पारंपरिक मोबाइल नेटवर्क की आवश्यकता को समाप्त करती है और उपग्रहों के माध्यम से मोबाइल कनेक्शन को जोड़ती है. वियासैट के सहयोग से, बीएसएनएल ने इस सेवा का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया है, जिससे यूजर बिना सिम कार्ड के ऑडियो और वीडियो कॉल कर सकते हैं.
इंडिया मोबाइल कांग्रेस के दौरान, बीएसएनएल ने धरती से 36,000 किलोमीटर ऊपर स्थित एक उपग्रह के माध्यम से एक स्मार्टफोन से कॉल करके इस टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन किया. यह खोज आपात स्थितियों और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी क्योंकि अक्सर आपदाओं के समय टावर क्षतिग्रस्त हो जाते हैं, जिससे एक स्थान से दूसरे स्थान पर कॉल करने में कठिनाई होती है.
सैटेलाइट कनेक्टिविटी का बढ़ता रुझान
सैटेलाइट कनेक्टिविटी का रुझान बढ़ता जा रहा है. बीएसएनएल अकेली कंपनी नहीं है, इस दौड़ में जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया जैसी कंपनियां भी शामिल हैं. एलन मस्क की स्टारलिंक और अमेजॉन जैसी अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों ने भी भारत में सैटेलाइट सर्विस देने के लिए आवेदन किया है. हालांकि, ये आवेदन अभी टेलीकॉम विभाग के पास हैं और इस पर कोई निर्णय नहीं आया है.