अनजान नंबर से WhatsApp पर कोई फोटो भेजे, तो भूलकर भी ना करें क्लिक, वरना हो जाएंगे फ्रॉड का शिकार

WhatsApp इमेज स्कैम एक खतरनाक साइबर फ्रॉड है जिसमें यूजर्स को साधारण दिखने वाली इमेज भेजी जाती हैं, लेकिन इनमें छिपे मैलवेयर उनके बैंकिंग डेटा, OTP और निजी जानकारी चुरा सकते हैं. केवल इमेज डाउनलोड कर खोलने से ही फोन हैक हो सकता है.

WhatsApp इमेज स्कैम एक खतरनाक साइबर फ्रॉड है. Image Credit: money9live.com

WhatsApp Image Scam: साइबर अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं और ये भी समस्या गंभीर होती जाती रही है. स्कैमर फ्रॉड के लिए अलग- अलग तरीका अपना रहे है. इसके जद से WhatsApp भी नहीं बच पा रहा है. स्कैमर इसपर फ्राड करने के लिए अलग अलग तरीका अपना रहे है. हाल के दिनो में WhatsApp इमेज स्कैम सामने आया है. इसमे स्कैमर एक फोटो भेजते है और अगर आप उप पर क्लीक करते है तो आप फ्रॉड के शिकार हो सकते हैं.

इमेज में छिपा होता है खतरनाक मैलवेयर

व्हाट्सएप के ज़रिए यूजर्स को हार्मलेस दिखने वाली इमेज भेजी जाती है, लेकिन उनमें छिपा मैलवेयर यूजर की बैंकिंग डिटेल, पासवर्ड, OTP और UPI जैसी संवेदनशील जानकारी चोरी कर सकता है. कुछ मामलों में यह मैलवेयर साइबर अपराधियों को पूरे डिवाइस का कंट्रोल दे देता है.

इस तकनीक से होता है डेटा चोरी

इमेज फाइल के अंदर डेटा छिपाने के लिए ‘Least Significant Bit (LSB) Steganography’ का इस्तेमाल किया जाता है. जैसे ही यूजर इमेज खोलता है, यह मैलवेयर एक्टिव हो जाता है. कई बार तो OTP नोटिफिकेशन भी यूजर को नहीं मिलती, जिससे उसे हैकिंग का पता नहीं चलता.

जबलपुर में सामने आया फ्रॉड

मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक व्यक्ति को अनजान नंबर से WhatsApp पर मैसेज आया. पहचान के नाम पर इमेज भेजी गई और कॉल्स की गईं. इमेज पर क्लिक करते ही फोन हैक हो गया और 2 लाख रुपये का नुकसान हो गया.

इसे पकड़ना क्यों है मुश्किल?

यह फिशिंग की तरह नहीं है, जहां यूजर को लिंक पर क्लिक या डेटा भरना होता है. यहां सिर्फ इमेज डाउनलोड कर खोलने से ही डिवाइस में एक्टिव हो सकता है. इसके जरिए स्कैमर्स ऐप्स, फाइल्स और फोन के कैमरा तक एक्सेस पा सकते हैं.

  1. अनजान नंबरों से आई फाइल्स, इमेज या वीडियो को डाउनलोड न करें.
  2. WhatsApp की ऑटो-डाउनलोड सेटिंग बंद कर दें.
  3. Truecaller जैसे ऐप से संदिग्ध नंबर की पहचान करें.
  4. एक अच्छे एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें और फोन को अपडेट रखें.
  5. संदिग्ध नंबरों को तुरंत ब्लॉक और रिपोर्ट करें.
  6. टेक्नोलॉजी में कम जानकार लोगों को इस खतरे से अवगत कराएं.
  7. अगर निशाना बने हैं, तो Cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें.