आपका बच्चा भी हो सकता है साइबर फ्रॉड का शिकार, हर मां-बाप को जानना चाहिए ये 12 टिप्स

बच्चों को ऑनलाइन सुरक्षित रखना आज के समय में चुनौतीपूर्ण हो सकता है. माता-पिता को भी जागरूक होना चाहिए कि उनके बच्चे किस तरह के साइबर खतरों का सामना कर सकते हैं. इसलिए ये जानना जरूरी है कि कैसे साइबर खतरों से अपने बच्चों को दूर रख सकते हैं. यहां जानें टिप्स.

बच्चों की कैसे करें साइबर सुरक्षा Image Credit: Freepik

Cyber Security For Students: आजकर मां-बाप परेशान हैं कि बच्चे हर समय स्मार्टफोन, टैबलेट, गेमिंग और कंप्यूटर पर व्यस्त रहते हैं. इंटरनेट पर सबसे ज्यादा समय बिताने वाले यूजर्स में बच्चे भी शामिल हैं, जिससे उन्हें कई तरह के साइबर खतरों का सामना करना पड़ता है. बच्चों की साइबर सुरक्षा हर माता-पिता के लिए गंभीर मुद्दा है. अगर आपका बच्चा इंटरनेट पर बहुत ज्यादा समय बिताता है, तो यह जरूरी है कि आप उन खतरों के बारे में जानें जिनका वह सामना कर सकता है, ताकि आप सही समय पर उचित कदम उठा सकें.

इंटरनेट पर बच्चों के लिए संभावित खतरे

  • मैलवेयर और वायरस – बच्चों के डिवाइसेस को नुकसान पहुंचाने वाले सॉफ्टवेयर
  • फिशिंग स्कैम – धोखाधड़ी वाली ईमेल और वेबसाइट्स जो पर्सनल डेटा चुराने के लिए बनाई जाती हैं
  • पोर्नोग्राफिक वेबसाइट्स – अनुचित कंटेंट जिससे बच्चों का मानसिक विकास प्रभावित हो सकता है
  • डेटा चोरी और हैकिंग – बच्चों की पर्सनल जानकारी का गलत इस्तेमाल
  • आइडेंटिटी थेफ्ट – उनकी पहचान का गलत इस्तेमाल करके गलत काम करना

बच्चों की साइबर सुरक्षा के लिए जरूरी टिप्स

हमेशा टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करें

इससे अगर कोई आपका पासवर्ड चुरा भी ले, तो भी बिना दूसरी सुरक्षा लेयर के वह आपके अकाउंट तक नहीं पहुंच पाएगा.

किसी भी वेबसाइट या पॉप-अप पर क्लिक करने से पहले सावधानी बरतें

अजनबियों द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक न करें, किसी भी URL को क्लिक करने से पहले उसकी सुरक्षा जांचें.

मजबूत पासवर्ड का इस्तेमास करें

आसान पासवर्ड न रखें, जैसे कि नाम, फोन नंबर या बर्थ डेट, पासवर्ड में संख्याएं, विशेष चिह्न और अक्षर मिलाकर बनाएं.

सॉफ्टवेयर अपडेट करते रहें

हर अपडेट केवल नए फीचर्स के लिए नहीं बल्कि सुरक्षा बढ़ाने के लिए भी होते हैं, नियमित रूप से सॉफ्टवेयर अपडेट करें.

केवल सुरक्षित वेबसाइटों का उपयोग करें

केवल “https” से शुरू होने वाली वेबसाइट पर ही जाएं. किसी भी ऐप का उपयोग करने से पहले उसकी प्राइवेट पॉलिसी पढ़ें.

सोशल मीडिया को सुरक्षित बनाएं

मजबूत पासवर्ड रखें और अनजान लोगों से जुड़ने से बचें. अपने अकाउंट की नियमित रूप से निगरानी करें.

सिर्फ सुरक्षित नेटवर्क से कनेक्ट करें

सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग करने से बचें. केवल सरकारी या विश्वसनीय नेटवर्क से जुड़ें.

हमेशा अपने डेटा का बैकअप लें

कभी-कभी हैकर्स डेटा को चुराने की बजाय उसे डिलीट कर देते हैं. बैकअप लेने से किसी भी आपात स्थिति में डेटा को फिर प्राप्त किया जा सकता है.

फिशिंग स्कैम से सतर्क रहें

अनजान ईमेल से बचें और लिंक को क्लिक करने से पहले उसकी जांच करें.

पेरेंटल कंट्रोल का उपयोग करें

    बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पेरेंटल कंट्रोल सेटिंग्स का उपयोग करें. बच्चों के स्क्रीन टाइम को सीमित करें.

    बच्चों को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक करें

      उन्हें ऑनलाइन प्राइवेट जानकारी साझा करने के खतरों के बारे में सिखाएं. उनके लिए इंटरएक्टिव और साइबर सुरक्षा गेम्स का उपयोग करें.

      बच्चों के लिए साइबर इंश्योरेंस लें

        साइबर हमले के बाद होने वाले वित्तीय नुकसान की भरपाई के लिए साइबर इंश्योरेंस लेना एक अच्छा ऑपिशन हो सकता है.