साइबर अपराधी अपना रहे हैं फ्रॉड के नए ट्रिक्स, इन तरीकों से करें पहचान वरना हो सकते हैं ठगी के शिकार
फिशिंग ईमेल पहले की तरह स्पष्ट नहीं होते, इसलिए साइबर अपराधी अब अधिक शातिर तरीकों का उपयोग कर रहे हैं. इनसे बचने के लिए अनचाही ईमेल, गिफ्ट कार्ड में पेमेंट मांगने और फर्जी चैरिटी स्कैम से सावधान रहें. सुरक्षित रहने के लिए एंटीवायरस, मजबूत पासवर्ड और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) अपनाएं. सतर्क रहें और डिजिटल सुरक्षा को प्राथमिकता दें.
Phishing Emails Cyber Crime: हम सभी को कई ऐसे ईमेल मिलते हैं, जिनमें दावा किया जाता है कि हमने किसी लॉटरी या गेम में करोड़ों रुपये जीत लिए हैं, जबकि असल में हमने ऐसे किसी गेम या लॉटरी में भाग ही नहीं लिया होता. ऐसे ईमेल फिशिंग ईमेल होते हैं और ये साइबर अपराधियों द्वारा ठगी करने का सबसे आम तरीका हैं. हालांकि, समय के साथ जागरूक होते ग्राहक इन्हें पहचानकर इन लिंक को नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन अब साइबर अपराधी फिशिंग ईमेल के नए तरीके अपना रहे हैं, जिससे ये ईमेल असली मेल जैसे दिखते हैं और इन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है. तो आइए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
नए तरीके अपना रहे हैं अपराधी
अब साइबर अपराधी पहले जैसे डराने वाले ईमेल नहीं भेज रहे हैं. पहले फिशिंग ईमेल में “अति आवश्यक अनुरोध” या “भुगतान बकाया” जैसे शब्द होते थे, लेकिन अब ये सामान्य शब्दों जैसे “अनुरोध”, “फॉरवर्ड” और “रिपोर्ट” का इस्तेमाल कर रहे हैं. इस लिए सावधान ऐसे ईमेल से भी सावधान रहने की जरूरत है.
फिशिंग को कैसे पहचानें?
- अनचाही ईमेल, मैसेज या सोशल मीडिया पोस्ट – अगर कोई कंपनी या व्यक्ति बिना किसी संपर्क के आपको मैसेज भेजता है, तो उसे अनदेखा करें.
- बेरोजगार लोगों को निशाना बनाना – बैंक या नौकरी देने वाले संस्थान के नाम से आए ईमेल में लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक न करें. सीधे उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं.
- गिफ्ट कार्ड या क्रिप्टोकरेंसी में पेमेंट मांगना – यह साइबर अपराधियों की पसंदीदा पेमेंट का तरीका है, क्योंकि इसे ट्रैक नहीं किया जा सकता. ध्यान दें कि IRS या कोई सरकारी एजेंसी ईमेल, टेक्स्ट या फोन कॉल के जरिए टैक्स पेमेंट की मांग नहीं करती.
- ऑनलाइन प्यार के नाम पर धोखा – अगर कोई व्यक्ति युद्धग्रस्त क्षेत्र से होने का दावा करता है या सेना में होने की बात कहकर आपसे गिफ्ट कार्ड या क्रिप्टो मांगता है, तो सतर्क रहें.
- फर्जी चैरिटी स्कैम – प्राकृतिक आपदा या युद्ध पीड़ितों की मदद के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी संस्थानों से बचें. हमेशा प्रतिष्ठित चैरिटी वेबसाइट से ही दान करें.
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फिशिंग का शिकार हो जाएं तो क्या करें?
- अच्छा एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करें – इसे अपडेट रखें ताकि यह नए साइबर खतरों से बचा सके.
- मजबूत पासवर्ड बनाएं – 12 अक्षरों का यूनिक पासवर्ड रखें और किसी भी पासवर्ड को दोबारा उपयोग न करें. पासवर्ड मैनेजर मदद कर सकते हैं.
- टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) अपनाएं – बायोमेट्रिक या ऐप-बेस्ड 2FA का इस्तेमाल करें, SMS आधारित OTP से बचें क्योंकि यह हैक हो सकता है.
- क्रेडिट फ्रीज पर विचार करें – अगर आपकी संवेदनशील जानकारी लीक हो चुकी है, तो क्रेडिट फ्रीज करके ठगों को आपके नाम पर लोन लेने से रोकें.