ट्रेडिंग के नाम पर चल रहा बड़ा फ्रॉड, कहीं आप भी तो नहीं करते इन एप्लिकेशन का इस्तेमाल?

ट्रेडिंग एप्स के नाम पर एंड्रॉयड और iOS में बड़े स्तर पर फ्रॉड चल रहा है. साइबर सिक्योरिटी फर्म आईबी की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि कई नकली ट्रेड एप का इस्तेमाल करके पिग बुचरिंग स्कैम चल रहा है. जानें क्या है पूरी मामला और कौनसे हैं एप्लिकेशन?

ट्रेडिंग के नाम पर चल रहे हैं फेक एप्लिकेशन Image Credit: @GettyImages

ट्रेडिंग के नाम पर भारत में ऐसे कई एप्लिकेशन चल रहे हैं जिसका इस्तेमाल फ्रॉड करने वाले लोग चोरी करने के उद्देश्य से करते हैं. परेशान करने वाली बात यह है कि यह एप्लिकेशन एंड्रॉयड के प्ले स्टोर और iOS के एपल स्टोर, दोनों जगहों मौजूद थे. साइबर सिक्योरिटी फर्म ग्रुप-आईबी की एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हैकर्स कई नकली ट्रेड एप का इस्तेमाल करके ‘पिग बुचरिंग’ स्कैम चला रहे हैं. इन एप्लिकेशन के जरिये फ्रॉड करने वालों ने अब तक हजारों लोगों को फंसा लिया है.

क्या है ‘पिग बचरिंग’?

आईबी ने अपनी रिपोर्ट में लोगों से अपील की है कि अगर उनके मोबाइल में ये एप्लिकेशन है तो वो उन्हें तुरंत अनइंस्टॉल कर देना चाहिए. रिपोर्ट के मुताबिक, इन फ्रॉड ट्रेडिंग एप्लिकेशन को शोधकर्ताओं ने यूनीशैडोट्रेड मैलवेयर परिवार का नाम दिया है. इन एप्लिकेशन को भ्रामक निवेश योजना में फंसाते हैं जिसे आमतौर पर पिग बुचरिंग के रूप में जाना जाता है. इन घोटालों में अक्सर सोशल मीडिया या डेटिंग एप के जरिये पीड़ितों के साथ समय समय पर विश्वास पैदा करना शामिल होता है. ये स्कैमर्स पीड़ितों को तमाम फायदों और ज्यादा रिटर्न के नाम पर तरह तरह के फंड में पैसे लगाने के लिए प्रेरित करते हैं. पैसा निवेश करने के बाद जब निवेशक रिटर्न जानना या पैसे निकालना चाहता है तब वह एप्लिकेशन अचानक से गायब हो जाता है.

कौन से हैं फेक ट्रेडिंग एप्स?

ग्रुप आईबी ने अपनी रिसर्च में पाया कि यूनीशैडोट्रेड एप यूनीएप फ्रेमवर्क के इस्तेमाल से बनाया गया है. यह पहली बार मई में सामने आया था. ट्रेडिंग एप के नाम पर iOS में चलने वाले एप का नाम, SBI-INT है जबकि एंड्रॉयड ग्राहक के मोबाइल में उसका नाम Finans Insights और Finans Trader 6 है. इन एप्लिकेशन को प्ले स्टोर से हटाए जाने से पहले 5,000 ग्राहकों ने डाउनलोड कर लिया था.