बुजुर्गों को बनाया जा रहा है नया शिकार! जानें “फैमिली मेंबर अरेस्टेड” स्कैम का खतरनाक खेल
सोचिए, आपको अचानक फोन आता है और कोई खुद को पुलिस अधिकारी बताकर कहता है कि आपके परिवार के सदस्य को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह नया साइबर स्कैम तेजी से बढ़ रहा है. जानें इससे बचने के लिए क्या करें और क्या न करें.
Family Member Scam: सोचिए, आपको अचानक एक फोन कॉल या वीडियो कॉल आता है और दूसरी तरफ से कोई खुद को पुलिस अधिकारी या कानूनी अधिकारी बताता है. वह कहता है कि आपके परिवार के किसी सदस्य को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनकी रिहाई के लिए तुरंत पैसों की जरूरत है. आप घबरा जाते हैं और बिना सोचे-समझे जो भी कहा जाता है, मान लेते हैं. लेकिन सावधान! यह “फैमिली मेंबर अरेस्टेड” स्कैम हो सकता है, जो हाल के दिनों में तेजी से फैल रहा है.
कैसे होता है यह स्कैम?
इस ठगी में स्कैमर्स खुद को पुलिस अधिकारी, वकील या सरकारी अधिकारी बताकर पीड़ित को डराने की कोशिश करते हैं. वे कहते हैं कि आपके परिवार के किसी सदस्य पर गंभीर आरोप हैं, जैसे ड्रग तस्करी या मनी लॉन्ड्रिंग. इसके बाद, वे पीड़ित को वीडियो कॉल पर बनाए रखते हैं ताकि वह किसी और से संपर्क न कर सके और हकीकत का पता न लगा सके. इस दौरान स्कैमर “मॉनिटरिंग” या “वेरिफिकेशन” के नाम पर पूरी बातचीत को नियंत्रित करते हैं और पीड़ित को जल्द से जल्द पैसे ट्रांसफर करने के लिए दबाव डालते हैं.
स्कैमर्स की नई रणनीति: बुजुर्गों को निशाना बनाना
समय के साथ सरकार ने ऐसे ठगों के लिए शिकंजा कसना शुरू कर दिया है लेकिन इन्होंने भी अपना पैतारा स्मार्ट कर लिया है. अब यह ठग और भी तेज हो रहे हैं और बुजुर्गों को टारगेट कर रहे हैं. बुजुर्गों को तकनीकी जानकारी कम होती है और वे अपने परिवार को लेकर ज्यादा चिंतित रहते हैं, जिससे वे ठगों के जाल में आसानी से फंस सकते हैं. स्कैमर्स डिजिटल पेमेंट का सहारा लेते हैं और बुजुर्गों को डराकर उनसे तुरंत पैसे ट्रांसफर करने को कहते हैं. चूंकि वे सरकारी अधिकारियों का नाम लेते हैं, बुजुर्ग घबरा जाते हैं और बिना वेरिफाई किए भुगतान कर देते हैं.
ऐसे स्कैम से बचने के तरीके
- सच्चाई की जांच करें – अगर आपको ऐसा कोई कॉल या मैसेज मिले, तो शांत रहें और पहले खुद से जांच करें. पुलिस या सरकारी एजेंसियां कभी भी डिजिटल तरीके से गिरफ्तारी की सूचना नहीं देतीं.
- परिवार से तुरंत संपर्क करें – अपने करीबी रिश्तेदारों या दोस्तों को कॉल करें और स्थिति की पुष्टि करें.
- कोई भी डिजिटल भुगतान न करें – सरकारी एजेंसियां कभी भी फोन या मैसेज पर पैसों की मांग नहीं करतीं.
- वीडियो कॉल पर लंबा न रुकें – अगर कोई वीडियो कॉल पर आपको जबरन बनाए रखता है, तो कॉल तुरंत काट दें और पुलिस को सूचित करें.
- संदिग्ध नंबर को ब्लॉक करें और रिपोर्ट करें – ऐसे कॉल आने पर तुरंत नंबर ब्लॉक करें और साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर रिपोर्ट करें.
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“फैमिली मेंबर अरेस्टेड” स्कैम एक ऐसा डिजिटल फ्रॉड है, जिसमें ठग डर और घबराहट का फायदा उठाकर लोगों से पैसे ठगते हैं. खासकर बुजुर्गों को निशाना बनाया जा रहा है. इसलिए, जागरूक रहें, सतर्क रहें और किसी भी संदेहजनक कॉल या मैसेज की सही जांच किए बिना कोई फैसला न लें.