UPI से डिजिटल पेमेंट्स में दिखी शानदार ग्रोथ, धनतेरस में बना नया रिकॉर्ड

फेस्टिव सीजन के दौरान यूपीआई ने नए रिकॉर्ड्स बनाए. अक्टूबर में लेनदेन और डिजिटल ट्रांजैक्शन में तेजी देखने को मिली..

नवंबर के महीने में इन तारीखों पर नहीं कर पाएंगे ऑनलाइन पेमेंट, इस बैंक का बंद रहेगा UPI Image Credit: Internet

फेस्टिव सीजन के दौरान डिजिटल भुगतान में एक ऐतिहासिक उछाल देखा गया है. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के जारी आंकड़ों के मुताबिक , अक्टूबर 2024 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरीए 16.58 बिलियन ट्रांजैक्शन हुए. यह आंकड़ा सालाना आधार पर 45% की बढ़त को दिखाता है.

अक्टूबर में UPI के जरिए कुल 23.5 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ जो कि पिछले साल की तुलना में 34% अधिक है. यूपीआई ने सितंबर में 15 बिलियन ट्रांजैक्शन के माइलस्टोन को पार किया था, और अक्टूबर में औसतन 535 मिलियन दैनिक ट्रांजैक्शन दर्ज किए गए, जो सितंबर के 500 मिलियन से अधिक हैं.

धनतेरस पर बना खास रिकॉर्ड

धनतेरस, जो देश में फेस्टिव शॉपिंग का एक बड़ा दिन माना जाता है. उस दिन यूपीआई के माध्यम से 546 मिलियन ट्रांजैक्शन हुए. यह संख्या किसी भी एक दिन में हुई लेनदेन की सबसे बड़ी संख्या मानी जा रही है.

एनपीसीआई के अन्य भुगतान मोड्स में भी अक्टूबर में बदलाव देखने को मिला. FASTag के माध्यम से 345 मिलियन ट्रांजैक्शन हुए, जो सालाना आधार पर 8% की वृद्धि दर्शाता है. वहीं, बैंक-आधारित IMPS (इमीडिएट पेमेंट सर्विस) में 5% की गिरावट देखी गई जो कि अक्टूबर में 467 मिलियन ट्रांजैक्शन पर रहा. हालांकि यह संख्या सितंबर के 430 मिलियन से अधिक है जो IMPS में धीरे-धीरे सुधार की ओर इशारा करता है.

यूपीआई में बैंक भागीदारी और नई दिशा-निर्देश

बैंकों के बीच यूपीआई की बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए, एनपीसीआई ने जानकारी दी है कि सितंबर 2024 तक यूपीआई नेटवर्क पर 622 बैंक लाइव थे, जबकि पिछले साल यह संख्या 492 थी. डिजिटल ट्रांजैक्शन में पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए, एनपीसीआई ने हाल ही में बैंकों को निर्देश दिया है कि वे यूपीआई का उपयोग केवल अधिकृत सेवाओं के लिए करें, जिसमें भुगतान, बैलेंस चेक, फ्रॉड चेक और अकाउंट वैलिडेशन शामिल हैं.