Android यूजर्स के लिए गूगल की चेतावनी! लगातार अपडेट के बाद भी इन एप्लीकेशन से रहें दूर
गूगल ने एंड्रॉयड यूजर्स को एक अहम चेतावनी दी है, जिसमें कहा गया है कि वे अपने मोबाइल फोन को हमेशा लेटेस्ट वर्जन के साथ अपडेट रखें. गूगल ने बताया कि उसके AI बेस्ड थ्रेट और सिक्योरिटी सिस्टम ने पिछले साल करीब 23.6 लाख एप्लीकेशन्स को ब्लॉक किया है, जो प्ले स्टोर की पॉलिसी का उल्लंघन कर रही थीं. इसके बावजूद, सिक्योरिटी ब्रीच लगातार हो रही हैं.
Google warns Android users: एंड्रॉयड यूजर्स की संख्या काफी अधिक है. यही वजह है कि फ्रॉड करने वाले लोग यूजर्स को परेशान करने के लिए कोई लूपहोल निकाल ही लेते हैं. उसी तर्ज पर गूगल ने एंड्रॉयड यूजर्स को चेतावनी देते हुए कहा कि वह अपने मोबाइल फोन को हमेशा लेटेस्ट वर्जन के साथ अपडेट करते रहे. गूगल ने कहा कि उसके AI बेस्ड थ्रेट और सिक्योरिटी सिस्टम ने पिछले साल तकरीबन 23.6 लाख एप्लीकेशन को ब्लॉक कर दिया. इन सभी एप्लीकेशन ने प्ले स्टोर के पॉलिसी को वायलेट किया है. गूगल ने कहा इसके बाद भी सिक्योरिटी ब्रीच लगातार हो रही है.
हट चुके हैं सैंकडों एप्लीकेशन
फोर्ब्स के मुताबिक, सिक्योरिटी रिसर्चर्स की जांच के बाद फरवरी में गूगल ने सैंकड़ों ऐसे एप्लीकेशन को प्ले स्टोर से हटा दिया है जो डिवाइस को एडवेयर और मैलवेयर से प्रभावित कर रहे थे. रिपोर्ट की मानें तो गूगल ने कहा हमारी ओर से एप्लीकेशन को हटाने के बावजूद सिस्टम को बायपास करना जितना भी बुरा है लेकिन प्ले स्टोर के बाहर से डाउनलोड और इंस्टॉल की तुलना में यह कुछ भी नहीं है. इससे उलट, गूगल ने चेतावनी देते हुए कहा, यूजर्स को गूगल के सबसे हालिया वर्जन को चेक कर इंस्टॉल करते रहना चाहिए.
गलत सोर्स से न करें app इंस्टॉल
फोर्ब्स की रिपोर्ट की मानें तो गूगल अपडेट के तुरंत बाद एक नए मैलवेयर की चेतावनी जारी की गई. सोफोस ने PJobRAT मैलवेयर को लेकर चेतावनी जारी की. PJobRAT पहले से इन्फेक्टेड एंड्रॉयड डिवाइस से SMS, फोन, डिवाइस और एप्लीकेशन, डाक्यूमेंट और मीडिया फाइल्स को चुरा सकता है. इसीलिए गूगल ने साफ तौर पर कहा है कि यूजर्स को समय-समय पर अपने फोन को सिक्योरिटी से जुड़ी सारे अपडेट्स को डाउनलोड कर इंस्टॉल करते रहना चाहिए. हालांकि प्ले स्टोर से फैलने वाले मैलवेयर एप्लीकेशन को डिटेक्ट के साथ ही हटाया जा रहा है लेकिन इसी के साथ यूजर्स को दूसरे सोर्स (जैसे वेब ब्राउजर) से सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने से बचना चाहिए.