Scam Call: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रहे फ्रॉड पर सरकार सख्त, लॉन्च किया नया सिस्टम जिससे नहीं होगी ठगी
भारतीय नंबर की शक्ल में कई इंटरनेशनल फ्रॉडस्टर्स लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं. इससे छुटकारा दिलाने के लिए भारत सरकार ने मंगलवार, 22 अक्टूबर को स्पैम-ट्रैकिंग डिटेक्शन सिस्टम लॉन्च कर दिया है. जानें क्या है ये सिस्टम और कैसे करेगा बचाव.
मोबाइल कॉल के जरिये देश में होने वाले फ्रॉड की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. भारतीय नंबर की शक्ल में कई इंटरनेशनल फ्रॉडस्टर्स लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं. इससे छुटकारा दिलाने के लिए भारत सरकार ने मंगलवार, 22 अक्टूबर को स्पैम-ट्रैकिंग डिटेक्शन सिस्टम लॉन्च कर दिया है. इसकी मदद से उन सारे कॉल्स को डिटेक्ट कर लिया जाएगा जो स्पैम की शक्ल में फोन कर रहे हैं.
नागरिकों की सुरक्षा
दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ‘इंटरनेशनल इनकमिंग स्पूफ कॉल प्रिवेंशन सिस्टम’ को लॉन्च कर दिया है. उन्होंने कहा, “नागरिकों को साइबर क्राइम से बचाने और सुरक्षित डिजिटल स्पेस बनाए रखने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम (DoT) के प्रयासों के कारण नया माइलस्टोन हासिल किया गया है.”
कैसे होता है ये स्कैम?
फ्रॉड करने के कई तरीके सामने आते रहते हैं. बैंक से लेकर मोबाइल फोन तक, सभी जगहों अलग-अलग तरीकों से फ्रॉड को आजमाया जाता है. फ्रॉड की तर्ज पर साइबर क्रिमिनल्स ने एक नया तरीका खोज निकाला है. आपके मोबाइल पर अंतरराष्ट्रीय नंबर के नाम से फोन आएगा. कॉलिंग लाइन आइडेंटिटी (CLI) को बदलने के बाद फ्रॉडस्टर लोगों से भारतीय बनकर बात करता है. इस तरह से वो तमाम शक के दायरे को भेदते हुए बात करने वाले शख्स का भरोसा जीत लेता है. फ्रॉड्स्टर सामने वाले शख्स को डराने के लिए खुद को सरकारी अधिकारी, लॉ इंफोर्समेंट ऑफिसर बता कर पैसे ऐंठने की कोशिश करता है. बाद में फाइनेंशियल स्कैम के जरिये लोगों को गुमराह करने की कोशिश भी की जाती है. इससे इतर फ्रॉड करने वाले लोग कभी-कभी सामने वाले शख्स को डराने या धमकाने का भी काम करता है.
क्या कहा सरकार ने?
सरकार ने कहा, सरकारी कर्मचारी बनकर लोगों के पास कई तरह के स्पूफ कॉल आ रहे हैं जिसके जरिये फाइनेंशियल स्कैम किया जा रहा है. हाल में कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं जहां फ्रॉड करने वाला खुद को दूरभाष मंत्रालय या ट्राई का अधिकारी बताता है और मोबाइल कनेक्शन डिस्कनेक्ट करने की धमकी देकर लोगों के बीच में टेंशन का माहौल क्रिएट करता है. इससे पहले कि फ्रॉडस्टर लोगों के पास पहुंचे, इंटरनेशनल स्कैम सिस्टम की मदद से उन सभी कॉल्स को पहचान कर ब्लॉक कर दिया जाएगा. सरकार के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में इंटरनेशनल स्कैम कॉल की सिस्टम से अभी तक 1.35 नंबरों को ब्लॉक किया जा चुका है. बता दें कि उनमें से 90 फीसदी इंटरनेशनल कॉल्स थे.