इन बैंकों के ग्राहक पर मंडरा रहा है खतरा, स्कैमर्स के निशाने पर हैं ये कस्टमर, जानें कैसे करें खुद का बचाव

हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक देश के कुछ प्रमुख बैंकों के ग्राहकों के साथ फ्रॉड की घटनाओं में काफी वृद्धि आई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि इस फिशिंग स्कैम में ICICI, HDFC और Axis Bank सहित प्रमुख भारतीय बैंकों के ग्राहकों को टारगेट किया जा रहा है.

इन बैंकों पर मंडरा रहा खतरा Image Credit: @Tv9

फिशिंग के जरिये लोगों के साथ बड़े स्तर पर फ्रॉड हो रहा है. हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक देश के कुछ प्रमुख बैंकों के ग्राहकों के साथ फ्रॉड की घटनाओं में काफी वृद्धि आई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि इस फिशिंग स्कैम में ICICI Bank, HDFC Bank और Axis Bank सहित प्रमुख भारतीय बैंकों के ग्राहकों को टारगेट किया जा रहा है जिसकी चपेट में कई ग्राहक आ चुके हैं.

क्या कहती है रिपोर्ट?

Zscaler ThreatLabz की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय ग्राहकों को टारगेट करने वाले मोबाइल मैलवेयर हमलों में काफी बढ़ोतरी हुई है. फिशिंग के जरिये ग्राहकों के साथ नकली अधिकारी, ईमेल, वेबसाइट का छलावा दिखा कर ठगी किया जाता है. इन तमाम तरीकों में से एक वेबसाइट ठगी भी है. इसमें ग्राहकों को मोबाइल पर मैसेज या ईमेल के जरिये फेक लिंक भेजा जाता है जिसकी बनावट बिल्कुल असली वेबसाइट की तरह होती है. वेबसाइट पर ग्राहक के लॉगिन क्रेडेंशियल्स, अकाउंट डिटेल, ओटीपी जैसी अहम जानकारियां मांगी जाती है जिसके इस्तेमाल से उनके साथ फ्रॉड कर दिया जाता है.

ये बैंक क्यों हैं निशाने पर?

ICICI Bank, HDFC Bank और Axis Bank, देश के बड़े बैंकों की सूची में शामिल हैं. इनका कस्टमर बेस काफी बड़ा है. यही वजह है कि साइबर क्रिमिनल्स के लिए इन बैंकों के ग्राहक प्राइम टार्गेट हैं.

कैसे करें खुद का बचाव?

इस तरह के रिपोर्ट से ग्राहकों को समय समय पर सावधान किया जाता है कि वह अपने बैंकिंग से जुड़े गतिविधियों को लेकर अधिक सतर्क रहे. इसके अलावा कुछ स्टेप्स की मदद से हम आपको इस तरह की फिशिंग से बचने के उपाय भी बताएंगे.

  • किसी भी तरह के ईमेल और एसएमएस को लेकर सावधानी बरते. इसके अलावा किसी लिंक पर क्लिक करने से बचें.
  • किसी भी वेबसाइट पर विजिट करने से पहले उसको वेरीफाई जरूर करें. उसके यूआरएल को ध्यान से देखें. फिशिंग के दौरान ग्राहकों के साथ ज्यादातर फेक वेबसाइट के जरिये ठगी होती है.
  • कई बारी फ्रॉड करने वाले लोग लालच का सहारा लेते हैं. वो ग्राहकों के मोबाइल, ईमेल पर तरह-तरह के ऑफर से लैस मैसेज भेजते हैं जिसकी चपेट में आकर लोगों के साथ धोखा हो जाता है.
  • कभी भी पब्लिक वाई-फाई में खुद के डिवाइस को कनेक्ट करके अपनी निजी जानकारी या वित्तीय लेन-देन मत करें. इन गतिविधियों के लिए हमेशा सिक्योर नेटवर्क का सहारा लें.
  • अपनी बैंकिंग एप्लीकेशन को एक्सेस करने के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल जरूर करें. ये आपके सिक्योरिटी में अतिरिक्त लेयर जोड़ देता है.