भारत बना 5जी स्मार्टफोन का दूसरा सबसे बड़ा बाजार, इन ब्रॉन्ड्स की सबसे अधिक है पूछ

भारत ने अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा 5जी नेटवर्क बाजार बन चुका है. भारत में बढ़े 5जी बाजार के पीछे सैमसंग, शाओमी जैसे दूसरे ब्रांड्स का सबसे अधिक योगदान है जिससे बजट फोन सेगमेंट में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.

भारत में 5G की स्पीड नहीं है जोरदार, चीन-अमेरिका से भी आगे ये देश Image Credit: Namthip Muanthongthae/Moment/Getty Images

भारत ने अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा 5जी नेटवर्क बाजार बन चुका है. भारत में 5जी स्मार्टफोन लगभग सभी प्राइस सेगमेंट में अपनी मौजूदगी दर्ज रहे हैं. काउंटरपॉइंट रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार 5जी बाजार के मामले में चीन सबसे आगे चल रहा है.

काउंटरपॉइंट रिसर्च के वरिष्ठ विश्लेषक प्राचीर सिंह ने भारत में बढ़े 5जी बाजार के पीछे सैमसंग, शाओमी जैसे दूसरे ब्रांड्स के योगदान को बताया जिससे बजट फोन सेगमेंट में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. सिंह ने कहा, “5जी हैंडसेट शिपमेंट लगातार बढ़ रहा है और बजट सेगमेंट में 5जी हैंडसेट की बढ़ती उपलब्धता के साथ ही उभर रहे बाजार में इस सेगमेंट में अच्छी वृद्धि देखी गई है.”

आंकड़ों की बात करें तो 5जी स्मार्टफोन के मामले में चीन के पास 32 फीसदी की हिस्सेदारी है. वहीं, भारत कुल बाजार की 13 फीसदी हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर है और 10 फीसदी के बाजार के साथ अमेरिका तीसरे पायदान पर है.
वहीं अगर कुल बाजार में फैले हुए ब्रांड्स पर नजर डाले तो एपल इस सूची में सबसे ऊपर है. एपल 25 फीसदी की वैश्विक हिस्सेदारी के साथ 5जी हैंडसेट शिपमेंट में सबसे आगे रहा है. रिपोर्ट के अनुसार एपल के दो सीरीज फोन्स की शिपमेंट सबसे अधिक थी. आईफोन 15 और आईफोन 14.

एपल के बाद वैश्विक बाजार में 21 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ सैमसंग दूसरे स्थान पर है. सैमसंग के ए सीरीज और एस 24 सीरीज की सबसे ज्यादा शिपमेंट हुई थी. वहीं तीसरे स्थान पर शाओमी के फोन्स थे. रिसर्च के अनुसार भारत में शाओमी के फोन्स में तीन अंकों की वृद्धि दर्ज की गई है. इसके अलावा शाओमी ने मिडिल ईस्ट एंड अफ्रीका के देशों, यूरोप और चीन में भी दोहरे अंकों की वृद्धि देखी गई. इन तमाम कारणों से शाओमी दुनिया भर में 5जी फोन्स शिपमेंट में तीसरे स्थान पर है. सिंह ने कहा कि उभरते बाजार में ग्राहक चाहते हैं कि वो अपने फोन को अपग्रेड कर 5जी की ओर बढ़ें. भले ही वो कम सेगमेंट वाले फोन्स ही क्यों ना हो.