ऑनलाइन ठगी के शातिर तरीके! इंटरनेट स्कैम के ये 6 नए हथकंडे आपको कर सकते हैं बर्बाद
क्या आप भी ऑनलाइन शॉपिंग, बैंकिंग या सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं? अगर हां, तो आपको इंटरनेट फ्रॉड से बचने के लिए सतर्क रहने की जरूरत है. हर साल लाखों लोग साइबर ठगों के शिकार होते हैं. जानिए कैसे ये स्कैम होते हैं और खुद को सुरक्षित रखने के तरीके.

What is Internet Fraud and Prevention: इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल के साथ-साथ ऑनलाइन ठगी (Internet Fraud) के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं. साइबर अपराधी नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल कर लोगों को निशाना बना रहे हैं और उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं. फिशिंग, मैलवेयर, डेटा ब्रीच और रैंसमवेयर जैसी ऑनलाइन धोखाधड़ी से हर साल लाखों लोग और कंपनियां प्रभावित हो रही हैं. अगर आप भी इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको इन खतरों के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है.
इंटरनेट फ्रॉड में ऑनलाइन सेवाओं, ईमेल, और सॉफ्टवेर का इस्तेमाल करके लोगों को धोखा दिया जाता है. इसका उद्देश्य वित्तीय नुकसान पहुंचाना, संवेदनशील डेटा चुराना, या पहचान की चोरी करना होता है. हर साल साइबर अपराधी करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम देते हैं और यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है.
इंटरनेट फ्रॉड के प्रमुख प्रकार
साइबर अपराधी कई तरीकों से इंटरनेट फ्रॉड को अंजाम देते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- फिशिंग और स्पूफिंग– साइबर ठग ईमेल और मैसेजिंग सेवाओं के जरिए लोगों को नकली वेबसाइटों पर भेजकर उनकी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी चुराते हैं.
- डेटा ब्रीच– हैकर्स किसी सुरक्षित सर्वर से संवेदनशील जानकारी चुराकर उसे असुरक्षित वातावरण में लीक कर देते हैं. इसमें बैंकिंग, हेल्थकेयर, और सरकारी डाटा शामिल हो सकता है.
- डिनायल ऑफ सर्विस (DoS) अटैक- साइबर अपराधी वेबसाइट या ऑनलाइन सेवा को बाधित करने के लिए भारी मात्रा में ट्रैफिक भेजते हैं, जिससे आम उपयोगकर्ता उस सेवा का लाभ नहीं ले पाते.
- मैलवेयर (Malware) अटैक- हानिकारक सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करके यूजर्स के टूल्स को नुकसान पहुंचाया जाता है या उनकी संवेदनशील जानकारी चुराई जाती है.
- रैंसमवेयर अटैक- यह एक खतरनाक मैलवेयर है, जो फाइल्स को लॉक कर देता है और फिर फिरौती की मांग करता है. अधिकतर मामलों में यह फिशिंग ईमेल के जरिए फैलता है.
- बिजनेस ईमेल कॉम्प्रोमाइज (BEC)– यह एक उन्नत साइबर हमला है जिसमें ठग किसी कंपनी के वैध ईमेल अकाउंट को हैक करके गलत ट्रांजैक्शन करवाते हैं.
कैसे बचें ऑनलाइन ठगी से?
इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को सतर्क रहकर और साइबर सुरक्षा के नियमों का पालन करके खुद को ऑनलाइन फ्रॉड से बचाने की जरूरत है.
- किसी अनजान व्यक्ति को पैसे न भेजें.
- संवेदनशील जानकारी केवल भरोसेमंद वेबसाइटों पर ही साझा करें.
- अज्ञात ईमेल या मैसेज में आए लिंक पर क्लिक न करें.
- बैंक अकाउंट और क्रेडिट कार्ड की गतिविधियों पर नजर रखें.
- फ्री गिफ्ट, लॉटरी और संदिग्ध ऑफर्स से बचें.
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इंटरनेट फ्रॉड से बचाव का सबसे अच्छा तरीका सतर्क रहना और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना है. अगर आप किसी ऑनलाइन ठगी का शिकार होते हैं, तो तुरंत संबंधित प्राधिकरण को रिपोर्ट करें और अपने बैंक से संपर्क करें. डिजिटल युग में सावधानी ही सुरक्षा है.
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