TATA को टक्कर देने आ गया ये अरबपति, महिंद्रा की भी उड़ेगी नींद
भारत के इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में एक नई चुनौती उभरने वाली है. घरेलू और अंतरराष्ट्रीय ऑटो कंपनियों के लिए यह खबर बड़ा बदलाव ला सकती है. लेकिन यह खिलाड़ी कौन है और इसकी रणनीति क्या है? जानिए पूरी कहानी.
भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाजार में अब एक नए दिग्गज की एंट्री होने वाली है, जो देश की दो प्रमुख ईवी कंपनियों— ‘टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M)’ के लिए बड़ी चुनौती लेकर आ रही है. इस नई एंट्री के साथ ही बाजार में कम्पटिशन और तेज होने की संभावना है जिससे भारत का ईवी सेगमेंट नई ऊंचाइयों को छू सकता है.
यह नया खिलाड़ी देश की प्रमुख कंपनी JSW Group है. सज्जन जिंदल की अगुवाई वाले जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने अपने इन-हाउस इलेक्ट्रिक व्हीकल ब्रांड को लॉन्च करने का ऐलान किया है. कंपनी के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने हाल ही में फाइनेंशियल टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में इस योजना का खुलासा किया. कंपनी ने कुछ महीने पहले ही MG Motor India में करीब 1500 करोड़ डॉलर का निवेश किया था और एमजी ब्रांड पर मालिकाना हक रखने वाली चीन की SAIC Motor के साथ एक जॉइंट वेंचर बनाया था.
‘Make In India’ को बढ़ावा देगी कंपनी
फाइनेंशियल टाइम्स के रिपोर्ट के मुताबिक,सज्जन जिंदल ने बताया कि वह इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में उतरने के लिए महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक प्लांट सेटअप करेगी. ये प्लांट पूरी तरह ईवी पर फोकस्ड होगा. औरंगाबाद में कंपनी का प्रस्तावित कार प्लांट न केवल चीनी ईवी ब्रांड MG Motor का प्रोडक्शन करेगा बल्कि JSW अपनी खुद की ब्रांडेड गाड़ियां भी तैयार करेगा.
सज्जन जिंदल का कहना है कि वह भारत में एक चीनी कंपनी (एमजी मोटर) के सेलर भर नहीं बने रहना चाहते. बल्कि वह इंडिया में प्रोडक्श कर उसमें वैल्यू एडिशन करना चाहते हैं. इस प्लांट में 27,200 करोड़ रुपये का भारी-भरकम निवेश किया जा रहा है, जो 5,200 से अधिक रोजगार पैदा करेगा. यह प्लांट न केवल पैसेंजर बल्कि कमर्शियल ईवी भी बनाएगा. कंपनी इस कदम से भारत के ईवी बाजार में एक मजबूत उपस्थिति दर्ज करने की तैयारी कर रहा है.
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टाटा और महिंद्रा को कैसे मिलेगी चुनौती?
भारत में टाटा मोटर्स और महिंद्रा ईवी बाजार के प्रमुख खिलाड़ी हैं. टाटा ने अपनी नेक्सॉन, टियागो, पंच और टिगोर जैसे मॉडलों के जरिए बाजार में करीब 72% हिस्सेदारी हासिल की है. वहीं, महिंद्रा ने हाल ही में अपने नए ईवी प्लेटफॉर्म INGLO पर पांच इलेक्ट्रिक एसयूवी लॉन्च से मार्केट में हलचल मचाए हुए है.हालांकि कुछ EV SUV लॉन्च होने में अभी वक्त है.
JSW की एंट्री से बाजार का समीकरण बदल सकता है. सज्जन जिंदल ने यह भी संकेत दिया है कि उनकी गाड़ियां तकनीक और डिजाइन में टाटा और महिंद्रा की पेशकशों को कड़ी टक्कर देंगी. विशेषज्ञों का मानना है कि टाटा और महिंद्रा को अब अपनी रणनीति पर दोबारा काम करना होगा. जहां टाटा का फोकस बाजार की वृद्धि पर है, वहीं महिंद्रा अपनी नई लॉन्चिंग्स के जरिए लग्जरी और मिड-सेगमेंट ईवी बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने में जुटा है.
जेएसडब्ल्यू की एंट्री इस प्रतिस्पर्धा को और बढ़ा सकती है, लेकिन इसका असली प्रभाव ग्राहकों पर होगा जिन्हें बेहतर तकनीक और किफायती विकल्पों का लाभ मिल सकता है.
सरकार की नीति और बाजार का भविष्य
भारत सरकार की ‘फेम’ योजना और अन्य सब्सिडी ने ईवी बाजार को बढ़ावा दिया है. हाल ही में ईवी वाहनों पर 5% जीएसटी और रोड टैक्स छूट ने भी बाजार को प्रोत्साहित किया है. इसके बावजूद, उपभोक्ताओं की रेंज एंग्जायटी और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी जैसे मुद्दे ईवी की व्यापक स्वीकृति में बाधा बने हुए हैं. जेएसडब्ल्यू ने संकेत दिया है कि उनका लक्ष्य इन समस्याओं का समाधान निकालते हुए एक व्यापक प्रोडक्ट रेंज पेश करना है जिससे ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को जोड़ा जा सके.
हालांकि भारतीय ईवी बाजार अभी शुरुआती चरण में है, लेकिन यह तेजी से बढ़ रहा है. जहां दोपहिया ईवी की मांग पहले से काफी ज्यादा है वहीं पैसेंजर कारों की ईवी श्रेणी अभी भी कुल बिक्री का सिर्फ 2% हिस्सा रखती है.