12×20 किलोमीटर के इस शहर के भरोसे पूरी दुनिया, 99 फीसदी इंटरनेट को करता है कंट्रोल; जानें कैसे

आज का दौर डिजिटल युग का है, जहां हर देश अपनी इंटरनेट कनेक्टिविटी को और मजबूत बना रहा है. लेकिन एक यूरोपीय शहर ऐसा भी है, जो तेजी से इंटरनेट जगत का नया बादशाह बनने की ओर बढ़ रहा है.

मार्सिले में छिपा है इंटरनेट का भविष्य Image Credit: Moor Studio/DigitalVision/Getty Images

अपने फ्रांस के दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मार्सेल (Marseille) शहर भी पहुंचेंगे. मार्सेल, पेरिस के बाद फ्रांस का दूसरा सबसे बड़ा शहर है. यह ऐतिहासिक रूप से व्यापार और वाणिज्य का प्रमुख केंद्र रहा है. भारत की आजादी से जुड़ी घटनाओं में भी इस शहर की भूमिका रही है. आज मार्सेल तेजी से दुनिया के सबसे बड़े इंटरनेट हब में से एक बन रहा है. इसकी रणनीतिक स्थिति, एडवांस डेटा सेंटर और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर इसे यूरोप, अफ्रीका और वेस्ट एशिया के डेटा ट्रैफिक का अहम केंद्र बना है. मार्सिले शहर का क्षेत्रफल 240.62 वर्ग किलोमीटर है. तो अनुमानित रूप से इसकी लंबाई लगभग 20 किलोमीटर और चौड़ाई लगभग 12 किलोमीटर हो सकती है.

यह शहर तमाम देशों को जोड़ने वाले सबमरीन केबल्स का सेंटर है, ऐसे में दुनियाभर में ट्रैवेल करने वाले 99 फिसदी डेटा ट्रैफिक इन्ही केबल्स से होकर गुजरते हैं. हाल ही में, टेलीजियोग्राफी द्वारा जारी 2024 की रैंकिंग में, मार्सिले ने हांगकांग को पीछे छोड़ते हुए विश्व के टॉप इंटरनेट हब के लिस्ट में छठा स्थान हासिल किया है.

इंटरनेट हब क्या होता है?

इंटरनेट हब वे जगहें होते हैं जहां विभिन्न नेटवर्क, डेटा सेंटर, क्लाउड सेवाएं, और कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क (CDN) एक-दूसरे से कनेक्ट होते हैं. यह उन जगहों पर विकसित होते हैं जहां कई टेलीकॉम कंपनियां, सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म, क्लाउड होस्टिंग सेवाएं और डिजिटल मीडिया प्रोवाइडर अपनी सेवाएं एक साथ लाते हैं. इंटरनेट हब का मुख्य उद्देश्य डेटा ट्रैफिक को तेजी से और कुशलता से एक जगह से दूसरे जगह तक पहुंचाना होता है.

डेटा ट्रैफिक में क्यों आगे है ये शहर?

मार्सिले में जमीन के नीचे और समुद्र के भीतर बड़ी संख्या में ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क बिछाए गए हैं, जो इसे एक प्रमुख इंटरनेट हब बनाते हैं. फ्रांस सरकार और स्थानीय प्रशासन ने भी डिजिटल बुनियादी ढांचे के विकास में सक्रिय भूमिका निभाई है. सरकारें यहां डेटा सेंटर स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन योजनाएं और सुविधाएं मुहैया करती हैं. इस शहर के सफलता के पीछे दूसरे अहम कारक हैं:

  • भौगोलिक स्थिति: मार्सिले यूरोप, अफ्रीका और वेस्ट एशिया के बीच एक महत्वपूर्ण गेटवे के रूप में काम करता है. इसकी रणनीतिक स्थिति इसे इन तीनों क्षेत्रों के लिए एक प्रमुख इंटरनेट कनेक्शन प्वाइंट बनाती है.
  • सबमरीन केबल नेटवर्क: इंटरनेट डेटा का 99 फीसदी ट्रैफिक समुद्र के नीचे बिछे केबलों के जरिए फ्लो होता है. मार्सिले में 14 प्रमुख सबमरीन केबल लैंडिंग प्वाइंट हैं, जिनमें AAE-1 और SEA-ME-WE 5 जैसे महत्वपूर्ण केबल शामिल हैं. ये केबल यूरोप को एशिया, अफ्रीका और साउथ एशिया से जोड़ते हैं.
  • कम लेटेंसी और कम लागत: मार्सिले की भौगोलिक स्थिति के कारण यह मध्य पूर्व, उत्तर और मध्य अफ्रीका के लिए कम लेटेंसी कनेक्शन मुहैया करता है. इसका मतलब है कि यहां से गुजरने वाला इंटरनेट ट्रैफिक तेजी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचता है. इसके अलावा, बैंडविड्थ लागत में 75 फीसदी तक की बचत होती है, जिससे इंटरनेट सेवा प्रोवाइडर के लिए यह एक आकर्षक हब बनता जा रहा है.

तेजी से बढ़ता डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर

मार्सिले के इंटरनेट हब बनने के पीछे सिर्फ इसकी भौगोलिक स्थिति नहीं है, बल्कि यहां मौजूद एडवांस डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर भी अहम भूमिका निभा रहा है. कई प्रमुख क्लाउड और कंटेंट डिलीवरी प्लेटफॉर्म जैसे कि Amazon Web Services, Google, Microsoft Azure, Cloudflare, Akamai और Twitch यहां अपने डेटा सेंटर ऑपरेट कर रहे हैं.

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PeeringDB की 2019 रिपोर्ट के मुताबिक, मार्सिले में 32 Tbps (टेराबिट प्रति सेकंड) का डेटा ट्रैफिक फ्लो होता है, जिसे जल्द ही 120 Tbps तक पहुंचने की उम्मीद है. इसी तरह, सार्वजनिक पीयरिंग ट्रैफिक 140 Gbps से बढ़कर 4 Tbps तक हो सकता है. वर्तमान में 150 से अधिक नेटवर्क इस हब का हिस्सा हैं और आने वाले वर्षों में यह संख्या 200 के पार जा सकती है.