स्कैमर्स का नया हथकंडा MLM स्कैम, क्रिप्टो करंसी का चल रहा है खेल, ऐसे बचें

डिजिटलाइजेशन के साथ MLM स्कैम के मामले बढ़ रहे हैं. इसमें लोगों को नए सदस्यों को जोड़कर पैसा कमाने का लालच दिया जाता है, लेकिन असली कमाई प्रोडक्ट सेल्स से नहीं, बल्कि नई जॉइनिंग फीस से होती है. eBIZ, Pearls Group और QNet जैसे घोटालों ने लाखों लोगों को ठगा. SEBI और RBI अप्रूव्ड योजनाओं में ही निवेश करें और "जल्दी अमीर बनने" वाले जाल में न फंसें.

ऐसा ही एक बड़ा धोखाधड़ी मॉडल है मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) स्कैम. Image Credit:

MLM Scam: बढ़ते डिजिटलाइजेशन के साथ फ्रॉड के मामलों में भी तेजी आई है. कई बार लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं और उन्हें पता भी नहीं चलता कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है. ऐसा ही एक बड़ा धोखाधड़ी मॉडल है मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) स्कैम. MLM असल में एक बिजनेस मॉडल है, जिसमें लोग दूसरों को जोड़कर पैसा कमाते हैं. लेकिन जब यह पोंजी स्कीम या चेन सिस्टम में बदल जाता है, तो यह एक फ्रॉड बन जाता है. इसमें किसी प्रोडक्ट या सर्विस के नाम पर लोगों को जोड़ा जाता है, लेकिन असली कमाई नए लोगों की एंट्री फीस से होती है, न कि किसी वास्तविक सेल्स से. वर्तमान में स्कैमर्स इसका इस्तेमाल क्रिप्टोकरेंसी खरीदने और बेचने में भी कर रहे हैं.

कैसे होता है MLM स्कैम?

MLM स्कैम के कुछ बड़े उदाहरण

भारत में कई बड़े निवेश घोटाले हुए हैं, जिनमें लाखों लोगों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ. eBIZ.com Scam में करोड़ों रुपये की ठगी कर लोगों को फर्जी नेटवर्किंग योजनाओं में फंसाया गया. Pearls Group Scam ने करीब 60,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर निवेशकों को गुमराह किया. वहीं, QNet Scam में हजारों निवेशकों को भारी नुकसान हुआ, जिससे कई परिवार आर्थिक संकट में आ गए.

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MLM स्कैम से कैसे बचें?