अब नोएडा एयरपोर्ट भी हुआ ईवी फ्रेंडली, स्टेटिक इंफ्रा के साथ हुई साझेदारी
एनआईए और स्टेटिक ईवी चार्जिंग इंफ्रा के बीच रणनीतिक साझेदारी हो गई है. एआईए ने यह घोषणा करते हुए बताया कि पार्टनरशिप के तहत स्टेटिक की जिम्मेदारी है कि वह एयरपोर्ट के आसपास अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्ज करने वाली इंफ्रास्ट्रक्चर को सेटअप करे.
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (एनआईए) और इलेक्ट्रिक व्हीकल को चार्ज करने वाली भारत की बड़ी कंपनी स्टेटिक के बीच रणनीतिक साझेदारी हो गई है. 17 सितंबर को एनआईए ने यह घोषणा करते हुए बताया पार्टनरशिप के तहत स्टेटिक की जिम्मेदारी है कि वह एयरपोर्ट के आसपास अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्ज करने वाली इंफ्रास्ट्रक्चर को सेटअप, ऑपरेट और उसका रखरखाव करें. पार्टनरशिप के अंतर्गत कंपनी यह काम चौबीसों घंटा करेगी.
एनआईए के मुख्य विकास अधिकारी निकोलस शेंक ने कंपनी के एक बयान में कहा, “स्टेटिक के विशेषज्ञों के साथ ईवी चार्ज करने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता चौबीस घंटे और सातों दिन होगी. इसका मकसद एयरपोर्ट के आसपास चलने वाले ईवी गाड़ियों को सहूलियत पहुंचाना है.” ग्राउंड सपोर्ट इक्विपमेंट्स (जीएसई) और एयरपोर्ट पर मौजूद सभी ईवी नए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल कर सकते हैं. पहले चरण में स्टैटिक, छोटे व्हीकल के लिए 7.4 किलो वाट वाले चार्जर को इंस्टॉल करेगी. उसके अलावा हाई स्पीड चार्जर के लिए कंपनी ने 120 किलो वाट और 240 किलो वाट वाले चार्जर भी इंस्टॉल करेगी.
स्टेटिक के फाउंडर राघव अरोड़ा ने कहा कि एनआईए के साथ एयरपोर्ट के आसपास की जगहों को “इलेक्ट्रिफाइंग” करने की इस शानदार पहल का हिस्सा बनकर कंपनी को काफी खुशी हो रही है. बता दें कि एनआईए के विकास के पहले चरण में एक रनवे और एक टर्मिनल होगा जिसे हर साल 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने के लिए डिजाइन किया गया है. वहीं भविष्य में हवाई अड्डे की क्षमता में और वृद्धि की जाएगी जिसके बाद हर साल 7 करोड़ यात्रियों का आवागमन हो सकेगा.
कंपनी का दावा है कि भारत में वह अपने ईवी चार्जिंग नेटवर्क को लगातार बढ़ा रही है. कंपनी का कहना है कि अब तक 7,000 एसी और डीसी चार्जर पॉइंट्स पहले से ही काम कर रहे हैं. इससे इतर स्टेटिक का लक्ष्य है कि वह ईवी गाड़ियों की लगातार बढ़ रही मांग को पूरा करने के उद्देश्य से 2025 तक 20,000 और चार्जिंग पॉइंट्स इंस्टॉल कर लेगी.