मोबाइल कांग्रेस में पीएम मोदी का ग्लोबल कनेक्टिविटी पर जोर, बोले- हर घर तक पहुंच रही टेक्नोलॉजी
इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के डिजिटल परिवर्तन के बारे में बात की, साथ ही ग्लोबल कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाने और टेक इनोवेशन में अग्रणी बनने के देश के मिशन पर जोर दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन के वर्ल्ड स्टैंडर्डाइज्ड असेंबली (ITU-WTSA) के 8वें एडिशन का उद्घाटन किया. इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के डिजिटल परिवर्तन के बारे में बात की, साथ ही ग्लोबल कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाने और टेक इनोवेशन में अग्रणी बनने के देश के मिशन पर जोर दिया. दूरसंचार और डिजिटल बुनियादी ढांचे के प्रभाव पर ध्यान केंद्रित करते हुए, पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि कैसे भारत की मोबाइल और डिजिटल यात्रा न केवल देश को बदल रही है, बल्कि दुनिया के लिए एक मिसाल कायम कर रही है.
भारत में बने रहे हैं स्मार्टफोन
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में भारत की महत्वपूर्ण प्रगति का जिक्र करते हुए कहा कि देश में अब 200 से अधिक स्मार्टफोन प्रोडक्शन सुविधाएं हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में, केवल दो मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट थीं. आज यह 200 से अधिक हैं. पहले हम विदेश से स्मार्टफोन आयात करते थे. अब, हम भारत में छह गुना अधिक मोबाइल फोन बनाते हैं.
डब्ल्यूटी एएसआई और मोबाइल कांग्रेस एक साथ
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत इस आयोजन के महत्व पर बोला, जिसमें डब्ल्यूटी एएसआई और इंडिया मोबाइल कांग्रेस को एक साथ लाया गया है. उन्होंने बताया कि जहां डब्ल्यूटी एएसआई वैश्विक मानकों को स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित करता है, वहीं इंडिया मोबाइल कांग्रेस कनेक्टिविटी सेवाओं के विकास में अग्रणी है.
उन्होंने कहा कि आज का आयोजन इन दोनों को जोड़ता है और एक ऐसा मंच तैयार करता है जो मानकों और सेवाओं दोनों को मिलाता है. उन्होंने कहा कि यह सहयोग गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने और अपने स्वयं के वैश्विक मानकों का निर्माण करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को जाहिर करता है.
टेक्नोलॉजी के जरिए महिलाएं बन रहीं सशक्त
इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने ड्रोन दीदी जैसी पहलों के साथ टेक्नोलॉजी के जरिए महिलाओं को सशक्त बनाने के भारत के प्रयासों को भी संबोधित किया. यह कृषि में ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा देता है. बैंक सखी कार्यक्रम महिलाओं को जमीनी स्तर पर डिजिटल बैंकिंग में नेतृत्व करने के लिए प्रोत्साहित करता है.
उन्होंने कहा कि भारत समावेशी टेक्नोलॉजी के लिए प्रतिबद्ध है, जो महिलाओं को सशक्त बनाती है. हम इसका प्रभाव अंतरिक्ष मिशन से लेकर STEM शिक्षा तक विभिन्न क्षेत्रों में देख रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि भारत में STEM क्षेत्रों में 40 फीसगी से अधिक छात्र महिलाएं हैं. देश के स्टार्टअप इकोसिस्टम में महिला संस्थापकों की संख्या बढ़ रही है.
इनोवेशन और नौतिकता
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण के समापन पर टेक्नोलॉजी के प्रति मानव-केंद्रित एप्रोच के लक्ष्य को दोहराया, जिसमें इनोवेशन के साथ-साथ नैतिक विचारों को भी प्राथमिकता दी जाती है. उन्होंने कहा कि हमारा भविष्य न केवल तकनीकी रूप से मजबूत होना चाहिए, बल्कि नैतिक रूप से भी मजबूत होना चाहिए.