PM मोदी पॉडकास्ट के पीछे थी ये अमेरिकी कंपनी, जिसने भारत से लेकर USA तक लोगों को किया हैरान

PM Modi और लेक्स फ्रिडमैन का पॉडकास्ट तीन घंटे लंबा चला जिसमें फ्रिडमैन हिंदी में बोलते दिख रहे हैं. तो ये सब हुआ कैसे? इसके पीछे एक अमेरिकी स्टार्टअप कंपनी है जो AI का इस्तेमाल कर डबिंग करती है. ये कौन सी कंपनी है, कैसे हुई डबिंग. यहां जानें सब कुछ.

पीएम मोदी के पॉडकास्ट के पीछे की पूरी कहानी Image Credit: PTI/Canva

PM Modi Podcast: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने तीन घंटे लंबा पॉडकास्ट लेक्स फ्रिडमैन (Lex Fridman) के साथ रिकॉर्ड किया है. जहां असल में लेक्स फ्रिडमैन ने अंग्रेजी में सवाल पूछे और पीएम मोदी ने हिंदी में जवाब दिए. लेकिन जब पॉडकास्ट लोगों के बीच आया तो सब हैरान रह गए क्योंकि भारत में जारी हुए पॉडकास्ट में विदेशी फ्रिडमैन हिंदी में सवाल पूछते नजर आए और विदेश में पीएम मोदी अंग्रेजी में जवाब देते हुए दिखे. अगर आपको ये नेचुरल लगा तो समझ लीजिए कि तकनीक बहुत आगे बढ़ चुकी है. लेकिन सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इसे रोबोटिक आवाज बताया और पकड़ लिया कि हिंदी में फ्रिडमैन नहीं उनकी आवाज में AI बोल रहा है.

किस कंपनी का AI?

दरअसल लोगों तक उनकी भाषा में ये बातचीत AI के जरिए पहुंची हैं. इसमें जिस AI का इस्तेमाल हुआ है वह AI-इनेबल्ड मल्टी-लिंगुअल डबिंग टेक्नोलॉजी कहलाता है, जिसे अमेरिका की स्टार्टअप कंपनी ElevenLabs (इलेवन लैब्ज) ने तैयार किया है.

ElevenLabs की टेक्नोलॉजी, बोलने वाले की असली आवाज और बोलने के अंदाज को बनाए रखते हुए अलग-अलग भाषाओं में ऑडियो जेनरेट कर सकती है. यही कारण था कि इंटरव्यू को हिंदी और अंग्रेजी दोनों में इतनी आसानी से सुना जा सकता था, और PM मोदी की आवाज का इंग्लिश वर्जन भी बिलकुल नैचुरल लगा.

क्या करती है ElevenLabs?

इस स्टार्टअप के तीन मुख्य प्रोडक्ट हैं:

  1. Text-to-speech: ये AI किसी भी लिखे हुए को आवाज दे सकता हैय इसका इस्तेमाल कंपनियां अपना कंटेंट बनाने के लिए करती हैं और यह लगभग 11 भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करता है.
  2. AI-वॉयस बॉट्स और एजेंट्स: कस्टमर सर्विस और अन्य जरूरतों के लिए ऑटोमेटेड वॉयस बॉट्स तैयार किए जाते हैं.
  3. AI डबिंग टेक्नोलॉजी: यह बोलने वाले की असली आवाज की विशेषताओं को बनाए रखते हुए ऑडियो को दूसरी भाषा में कन्वर्ट करता है.

PM मोदी के इंटरव्यू के लिए कैसे किया गया काम?

हिंदू बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, ElevenLabs इंडिया टीम के लीडर सिद्धार्थ श्रीनिवासन ने बताया कि यह उनकी कंपनी के लिए बहुत बड़ा अवसर था. उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट ग्लोबल टीम के सहयोग से पूरा हुआ, लेकिन इंडिया टीम ने खास ध्यान दिया कि इंटरव्यू का मूल भाव और संदर्भ बरकरार रहे.

ElevenLabs ने यह भी बताया कि “मोदी जी की आवाज को इंग्लिश में और लेक्स फ्रिडमैन की आवाज को हिंदी में मैच करने के लिए उनकी प्रोडक्शन टीम ने बहुत बारीकी से काम किया, ताकि इंटरव्यू का नेचुरल टोन बना रहे.”

भारत में ElevenLabs की ग्रोथ

ElevenLabs ने पिछले साल भारत में अपनी टीम बनानी शुरू की थी, और अब इसमें 10 लोग काम कर रहे हैं, जिसमें बिजनेस डेवलपमेंट और इंजीनियरिंग टीम शामिल है.

इस स्टार्टअप की शुरुआत 2022 में दो दोस्तों ने मिल कर की थी – Piotr Dabkowski, जो गूगल के पूर्व मशीन लर्निंग इंजीनियर रहे और Mati Staniszewski जो Palantir कंपनी के पूर्व एक्सिक्यूटिव रहे.

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इनका मकसद था खराब क्वालिटी की डबिंग को बेहतर बनाना, खासकर पोलैंड की फिल्मों में. मात्र दो साल में यह कंपनी 3 अरब डॉलर (लगभग 24,000 करोड़) से ज्यादा की वैल्यू पर पहुंच गई है.

कंपनी PM मोदी के इंटरव्यू से पहले, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई के इंटरव्यू में भी इसी तकनीक का इस्तेमाल किया कर चुकी है.