माइक्रोसॉफ्ट कर सकता है और छंटनी, टेक सेक्टर में अबतक 1 लाख कर्मचारी हो चुके हैं निष्कासित
टेक सेक्टर की कई बड़ी कंपनियों ने इस साल बड़े स्तर पर अपने संगठन के वर्कफोर्स में कमी लाई है. वहीं कई स्टार्टअप्स ने भी अपने कर्मचारियों के साथ यहीं रुख अपनाया है. माइक्रोसॉफ्ट से लेकर आईबीएम भी इस सूची में शामिल है. खबर है कि माइक्रोसॉफ्ट अपने ग्लोबल वर्कफोर्स को और कम कर सकता है.
टेक सेक्टर का हाल पिछले कुछ समय से काफी खस्ता हुआ पड़ा है. बड़ी कंपनियों से लेकर कई स्टार्टअप्स ने इस साल बड़े स्तर पर अपने संगठन में छंटनी की है. 2024 की दूसरी तिमाही में इन कंपनियों ने ग्लोबल स्तर पर अपने वर्कफोर्स में कमी लाई है. आईबीएम ने वर्कफोर्स को बैलेंस करने के नाम पर अपने प्रोग्रामर्स की सीनियर टीम से लेकर सेल्स और सपोर्ट पर्सनल से कई लोगों को नौकरी से निकाला है. वहीं माइक्रोसॉफ्ट ने भी अपने गेमिंग डिवीजन से 650 कर्मचारियों की छंटनी की है.
सिस्को
सिस्को ने साल के दूसरे तिमाही में कुल वर्कफोर्स के तकरीबन 7 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी की है. इसका असर करीबन 5,600 कर्मचारियों पर पड़ेगा. इससे पहले भी फरवरी में कंपनी ने 4,000 कर्मचारियों की छंटनी की थी.
आईबीएम
2024 की शुरूआत में कंपनी ने अपने वर्कफोर्स को कम करते हुए कई कर्मचारियों की छंटनी की थी. अब फिर आईबीएम ने अपने प्रोग्रामर्स के सीनियर टीम से लेकर सेल्स और सपोर्ट से कुछ लोगों को निकाला है. कंपनी ने यह छंटनी वर्कफोर्स बैलेंस के नाम पर किया था. इससे कंपनी के ग्लोबल वर्कफोर्स में सिंगल डिजिट में छंटनी हो सकती है.
माइक्रोसॉफ्ट
माइक्रोसॉफ्ट ने अपने गेमिंग डिवीजन एक्सबॉक्स से 650 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है. इससे पहले कंपनी ने जब छंटनी की थी तब उसका असर गेमिंग डिपार्टमेंट पर नहीं पड़ा था.
डेल
ल टेक्नोलॉजी ने कॉस्ट कट और पीसी की घटती डिमांड के नाम पर 2024 में अपने वर्कफोर्स को और कम करने का फैसला किया है. कंपनी पूरी तरह से एआई अपना फोकस करना चाहती है.
क्वालकॉम
स्मार्टफोन के लिए चिप बनाने वाली कंपनी क्वालकॉम ने भी इस साल के अंत में सैन डीएगो के 226 कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही है. बता दें कि कंपनी ने कुछ समय पहले ही 1,250 कर्मचारियों की छंटनी की थी.
यूडेमी
कम कीमत में कर्मचारियों की भर्ती करने के उद्देश्य से कंपनी ने अपने संगठन से 50 फीसदी तक के वर्कफोर्स को घटाने को लेकर विचार कर रही है.