LIC, बैंक के फर्जी कॉल से परेशान? विभाग ने बताया कैसे और कहां करें रिपोर्ट
डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (DoT) ने लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से कॉलर ट्यून में साइबर क्राइम से जुड़े मैसेज शुरू कर दिए हैं. विभाग का कहना है कि इसकी मदद से लोग स्कैम्स को लेकर सावधान होंगे.
तकनीकी ग्राउंड पर जैसे-जैसे हम बेहतरी की ओर बढ़ रहे हैं, उसी तेजी से स्कैमर्स भी नए-नए तरीके अपना कर लोगों को ठगने की कोशिश में जुटे हुए हैं. इसी तर्ज पर अब डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (DoT) ने भी लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से कॉलर ट्यून में साइबर क्राइम से जुड़े मैसेज शुरू कर दिए हैं. इसकी मदद से लोगों को फोन कॉल के जरिये होने वाले स्कैम्स के बारे में पता चलेगा. साथ ही उनको रिपोर्ट करने की जानकारी भी देगा.
विभाग ने क्या किया पोस्ट
इसी डिजिटल अरेस्ट, पैसों वाले स्कैम और वित्तीय घोटाले से जुड़े फ्रॉड को लेकर DoT इंडिया ने अपनी आधिकारिक सोशल मीडिया के एक्स अकाउंट से पोस्ट किया है. पोस्ट के जरिये विभाग ने बताया है कि इस स्कैमर्स की ओर से आने वाले फर्जी फोन कॉल और मैसेज को कहां रिपोर्ट करना है. पोस्ट में विभाग ने कहा, निवेश से जुड़े किसी प्रकार के स्कैम को अभी रिपोर्ट करें! इसके लिए संचार साथी के Chakshu का इस्तेमाल करें. वहां आप निवेश, स्टॉक मार्केट और ट्रेडिंग से जुड़े तमाम फ्रॉड को रिपोर्ट कर सकते हैं.
LIC वाले फर्जी कॉल से सावधान
विभाग ने एक दूसरे पोस्ट में फर्जी LIC, IRDAI, Income Tax Department या बैंकों के कर्मचारी बनकर भी फर्जी कॉल की घटनाओं की ओर इशारा करते हुए बताया कि इनसे सावधानी जरूरी है. ऐसे मामलों में लोगों को पुलिस में शिकायत दर्ज करानी चाहिए, 1930 पर कॉल करना चाहिए और संचार साथी पोर्टल पर घटना की रिपोर्ट करनी चाहिए.
साइबर सिक्योरिटी कॉलर ट्यून तीन महीने तक
हाल ही में DoT ने रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया जैसे टेलिकॉम ऑपरेटर को अगले तीन महीने के लिए हर रोज 8-10 बार साइबर अपराध जागरूकता मैसेज चलाने का आदेश दिया है. भारतीय साइबर अपराध के प्री-कॉल मैसेज का मुख्य उद्देश्य आम लोगों को डिजिटल अरेस्ट जैसे तमाम स्कैम से जानकार करना है.