आधार और पैन कार्ड की जानकारियां हुईं लीक, एक्शन मोड में सरकार; वेबसाइट्स को किया ब्लॉक

भारत सरकार ने कुछ वेबसाइट्स को किया बलॉक. सरकार के मुताबिक इन वेबसाइट ने लाखों लोगों के आधार कार्ड और पैन कार्ड से जुड़ी जानकारियों को गैरकानूनी ढंग से लीक किया है. इसके बाबत यूआईडीएआई ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज की है.

भारत सरकार ने कार्रवाई करते हुए कुछ वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया है. सरकार के मुताबिक इन वेबसाइट ने लाखों लोगों के आधार कार्ड और पैन कार्ड से जुड़ी जानकारियों को गैरकानूनी ढंग से चोरी किया है. सरकार ने यह कदम इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सर्ट-आईएन) के डाटा ब्रिज की रिपोर्ट को जारी करने के बाद उठाया है.

मंत्रालय ने दिखाई सख्ती

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने जारी एक बयान में कहा कि हमारी प्राथमिकता, नागरिकों के डाटा को सुरक्षित रखना है. सिक्योरिटी ब्रीच से प्रभावित वेबसाइट्स की सुरक्षा वाल काफी कमजोर थी. इसी वजह है कि निजी जानकारियां गलत जगहों पर पहुंच पाई है. मंत्रालय ने बयान में कहा कि एमईआईटीवाई ने पाया है कि कुछ वेबसाइटों ने भारतीय नागरिकों की निजी जानकारियां सहित आधार और पैन से जुड़ी व्यक्तिगत पहचान को उजागर कर रही थी. मंत्रालय ने कहा, “इस मामले को सरकार ने गंभीरता से लिया है, क्योंकि नागरिकों की जानकारियों को सुरक्षित रखना हमारी प्राथमिकता है. उसी दिशा में कदम उठाते हुए सरकार ने इन वेबसाइटों को ब्लॉक कर दिया है.”

इन वेबसाइट्स से हुआ डाटा लीक

मनीकंट्रोल वेबसाइट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दो वेबसाइटों ने नागरिकों के आधार, पैन और ड्राइविंग लाइसेंस के डाटा को लीक किया है. रिपोर्ट के मुताबिक नवी मुंबई स्थित भारतीय एयरोस्पेस एंड इंजीनियरिंग दो वेबसाइट में से एक थी जिसने 26 सितंबर दोपहर 12 बजे तक आधार के डाटा को लीक किया था. वहीं खासतौर पर बच्चों के लिए काम करने वाली ई-प्लेटफॉर्म स्टार किड्ज ने भी 25 सितंबर तक आधार कार्ड की जानकारियों को लीक किया था. रिपोर्ट की अनुसार, दोनों वेबसाइट के यूआरएल को ब्लॉक कर दिया है.

एजेंसी ने दर्ज की शिकायत

आधार कार्ड को जारी करने वाली एजेंसी, यूआईडीएआई ने इन वेबसाइट के खिलाफ आधार एक्ट का उल्लंघन करने को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है. इसके अलावा एमईआईटीवाई ने निजी जानकारी के सुरक्षा के लिए बनाई गई इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी रूल्स को भी इस बाबत जानकारी दे दी है. हालांकि सरकार ने ब्लॉक किए गए वेबसाइट का नाम नहीं बताया है. बता दें कि निजी जानकारियों की चोरी से कई तरह के गैरकानूनी काम किये जा सकते हैं. डिजिटल चोरी से लेकर ऑनलाइन स्कैम तक, सभी हरकतें इन जानकारियों के जरिये की जा सकती है.