कंपनियां जबरन नहीं बेच पाएंगी इंटरनेट प्लान, अब सिर्फ कॉलिंग और SMS का भी होगा रिचार्ज
टेलीकॉम कंपनियां अभी तक कॉलिंग और SMS प्लान के साथ इंटरनेट प्लान भी बेच रही हैं, लेकिन ट्राई ने इसमें संशोधन करने का फैसला लिया है. दूरसंचार नियामक ने ग्राहकों की जरूरत के हिसाब से रिचार्ज प्लान पेश करने को कहा है.
टेलीकॉम कंपनियां लगातार अपने टैरिफ प्लान बढ़ाती जा रही हैं. 4g और 5g सर्विस के लिए ग्राहकों को पहले के मुकाबले ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ रही है. कई ग्राहक ऐसे सर्विसेज के लिए भी भुगतान कर रहे हैं, जिनकी उनको जरूरत नहीं है. लेकिन जल्द ही उन्हें महंगे रिचार्ज प्लान से छुटकारा मिलने वाला है. दरअसल भारत के दूरसंचार नियामक TRAI ने टैरिफ नियमों में संशोधन का फैसला लिया है. इसके तहत नियामक ने मोबाइल सर्विस प्रोवाइडरों को ग्राहकों की सुविधा के मुताबिक रिचार्ज प्लान उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.
TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को महज वॉयस कॉल और SMS के लिए रिचार्ज प्लान पेश करने का आदेश दिया है. ऐसे प्लान में इंटरनेट डेटा खरीदने की बाध्यता नहीं होगी. 23 दिसंबर को घोषित किए गए नए नियमों का मकसद उन उपभोक्ताओं के लिए बेहतर विकल्प प्रदान करना है जो मोबाइल डेटा का इस्तेमाल नहीं करते हैं.
150 मिलियन ग्राहकों को होगा फायदा
TRAI का कहना है कि रिचार्ज प्लान में होने वाले इस बदलाव से भारत की आबादी के एक बड़े हिस्से को लाभ मिलने की उम्मीद है, खासतौर पर 150 मिलियन 2G उपयोगकर्ता, डुअल-सिम वाले, बुजुर्ग व्यक्ति और ग्रामीण निवासियों को सबसे ज्यादा फायदा होगा. इस बदलाव से कस्टमर्स को केवल उन सेवाओं के लिए पेमेंट करना होगा, जिसकी उन्हें जरूरत होगी. इससे उन्हें इंटरनेट डेटा जैसे अतिरिक्त सर्विस, जिसका वे इस्तेमाल नहीं करते हैं इसका उन्हें भुगतान नहीं करना होगा. ट्राई के अनुसार, दूरसंचार ऑपरेटरों के डेटा से पता चला है कि भारत में लगभग 150 मिलियन ग्राहक अभी भी फीचर फोन पर निर्भर हैं.
मोबाइल रिचार्ज विकल्प में दें फ्लेक्सिबल ऑप्शन
ट्राई ने रिचार्ज मूल्यों में और अधिक लचीलापन लाने के लिए दूरसंचार ऑपरेटरों को ज्यााद रिचार्ज ऑप्शन देने को कहा है. इससे अब वे किसी भी मूल्यवर्ग के रिचार्ज वाउचर जारी कर सकते हैं. पहले, रिचार्ज 10 रुपये और उसके मल्टीपल तक सीमित था. ट्राई का कहना है कि टेलीकॉम यूजर्स खासतौर पर वरिष्ठ नागरिक, घर पर ब्रॉडबैंड वाले परिवार और गैर-तकनीकी-प्रेमी लोगों को वॉयस और एसएमएस के साथ पेश किया जाने वाला डेटा प्लान जरूरी नहीं हैं. इसलिए वॉयस और एसएमएस विकल्पों को अनिवार्य करने का निर्णय लिया गया है.