गीजर का शुरू कर दिया यूज, तुरंत चेक करें ये चीजें, नहीं तो होगा नुकसान
ठंड आते ही वॉटर गीजर की जरुरत पड़ने लगती है. ऐसे में कुछ उपायों से इसके परफार्मेंस को सुधार सकते हैं. खास तौर पर उस एरिया में जहां पानी हार्ड हो. यहां हम आपको बताएंगे की कैसे आप इसकी लाइफ बढ़ा सकते हैं, साथ ही आपको किन-किन बातों का खासतौर पर ध्यान देना जरूरी हैं.
भारत में ठंड का मौसम आते ही वाटर गीजर की जरूरत महसूस होने लगती है. सुबह ऑफिस जाने से लेकर बच्चों को स्कूल भेजने तक, बदलते मौसम में गर्म पानी की सुविधा बेहद जरूरी हो जाती है. हालांकि, सीजनल इस्तेमाल होने वाले गीजर को जब लंबे समय बाद चालू किया जाता है, तो इसमें खराबी आ सकती है या इसकी सर्विस की जरूरत हो सकती है. हर मशीन की तरह, गीजर को भी समय-समय पर सर्विस की जरूरत होती है. रेगुलर सर्विस से न केवल इसकी परफॉर्मेंस बेहतर होती है, बल्कि इसकी सेफ्टी, दक्षता और ऊर्जा खपत को भी प्रभावित करती है.
गीजर की कैसे करें देखभाल
वाटर गीजर हमें गर्म पानी देता है, जो इसे ठंड में बेहद उपयोगी बनाता है. इसमें आमतौर पर हीटिंग एलीमेंट, थर्मोस्टैट, स्टोरेज टैंक और इंस्टेंट गीजर में हीट एक्सचेंजर जैसे हिस्से होते हैं. जिसकी टाइम-टाइम देखभाल करना बेहद जरूरी है, खासकर ऐसे इलाकों में जहां हार्ड पानी मिलता हो.
हार्ड पानी और गीजर की मेंटेनेंस
हार्ड पानी में मौजूद मिनेरल्स गीजर के अंदर जमा हो जाते हैं, जिससे उसकी हीटिंग दक्षता कम हो जाती है. यह बिजली के बिल बढ़ाने के साथ-साथ हीटिंग एलीमेंट को भी नुकसान पहुंचा सकता है. नियमित सर्विसिंग से गीजर के हीटिंग रॉड पर जमे गंदगियों को साफ किया जा सकता है.
थर्मोस्टैट की भूमिका
थर्मोस्टैट गीजर के तापमान को कंट्रोल करता है. समय के साथ यह खराब हो सकता है, जिससे पानी बहुत अधिक गर्म हो सकता है. सर्विसिंग के दौरान यह सुनिश्चित किया जाता है कि थर्मोस्टैट सही ढंग से काम कर रहा है और इसे ठीक से कैलिब्रेट किया गया है.
छोटी लापरवाही
इसके अलावा गलत प्रेशर वाल्व या इलेक्ट्रिकल कनेक्शनों से रिसाव से विस्फोट का खतरा बढ़ सकता है.
सही रखरखाव कैसे करें?
- गीजर को दीवार पर उचित जगह और वेंटिलेशन के साथ लगाएं.
- गीजर में जमी हुई मिनरल की सफाई से गीजर की दक्षता बढ़ती है.
- प्रेशर वाल्व और इलेक्ट्रिकल कनेक्शनों को नियमित रूप से चेक करें.
- हर 6-12 महीने में गीजर की सर्विस कराएं.