क्‍या है फेक फेयर स्‍क्रीन? जिसका इस्‍तेमाल कर कैब ड्राइवर्स लगा रहे चूना

पिछले कुछ समय से कैब के फेयर के नाम पर स्कैम हो रहा है. इसमें ड्राइवर, राइड खत्म होने के बाद ग्राहक को गलत फेयर दिखा कर दोगुना फेयर वसूल रहे हैं. हाल में ऐसे कई घटनाएं भी सामने आई है. आइए जानते हैं क्या है ये नया स्कैम और कैसे करें इससे बचाव.

क्या है फेक फेयर स्क्रीन? Image Credit: @Tv9

भारत में इंटरनेट की शुरुआत के बाद से ही तकनीकी तौर पर टेक कंपनियों ने अपनी सर्विसेज को बेहतर किया तो कुछ ने नई सेवाओं की शुरुआत की. इसी क्रम में ऑनलाइन कैब सर्विसेज की भी शुरुआत हुई. पिछले कुछ समय से इस क्षेत्र में काफी तेजी से विस्तार हो रहा है. मौजूदा समय में भारत के कई शहरों में ऑनलाइन कैब सर्विस का इस्तेमाल बड़े स्तर पर हो रहा है. इसमें ओला, उबर, रैपिडो सहित बड़ी कंपनियां शामिल हैं. लेकिन इस बढ़ती डिमांड के साथ स्कैमर्स भी ठगी करने के नए तरीके खोजते रहते हैं. इसी कड़ी में एक टर्म काफी सुनने में आ रहा है, फेक फेयर स्क्रीन (Fake Fare Screen).

क्या है फेक फेयर स्क्रीन?

पिछले कुछ दिनों से राजधानी सहित देश के कई शहरों में ग्राहकों को फेक किराया दिखाकर दोगुना पैसे वसूलने की कोशिश की जा रही है. और यह काम फेक फेयर स्क्रिन के जरिये हो रहा है. फेक यानी नकली, मतलब किसी भी राइड के बाद कैब, ऑटो या बाइक राइडर आपको नकली फेयर दिखा कर पैसे वसूलता है, इसी स्कैम को फेक फेयर स्क्रीन कहते हैं.

ऐसे देते हैं अंजाम

इसकी हालिया घटना 16 दिसंबर को आई जब बेंगलुरु के एक निवासी के साथ ये स्कैम हुआ. ग्राहक ने सोशल मीडिया एप्लीकेशन एक्स पर पोस्ट करते बताया कि आखिर इस स्कैम को अंजाम कैसे दिया जा रहा है. ग्राहक के अनुसार, ड्राइवर एक एंड्रॉयड एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते हैं जिसका नाम ब्लूमीटर (Bluemeter) है. एप्लीकेशन का इंटरफेस बिल्कुल उबर (Uber) की तरह है. ट्रिप शुरू करते समय वह आपके सामने राइड शुरू करने वाले ऑप्शन पर क्लिक करेंगे ताकि विश्वसनीयता बनी रहे, आखिर में राइड खत्म होने के बाद भी ट्रिप एंड पर क्लिक कर देंगे. उसके बाद स्क्रीन पर आया फेयर काफी ज्यादा होगा. कई बार लोग बगैर क्रॉस चेक ड्राइवर के बताए फेयर की पेमेंट कर देते हैं.

कैसे करें बचाव?

अब सवाल है कि इससे खुद का बचाव कैसे करें? उसके लिए आपको बस सतर्क रहना होगा.

  1. किसी ट्रिप की शुरुआत से पहले संभावित फेयर को वेरीफाई करें. आमतौर पर संभावित फेयर और फाइनल फेयर में कुछ रुपये का ही अंतर होता है.
  2. राइड खत्म होने के बाद, ड्राइवर के फेयर पर भरोसा करने से पहले बुक किए गए अपने एप्लीकेशन पर देखें. राइड खत्म होने के बाद आपके मोबाइल फोन पर फाइनल फेयर का नोटिफिकेशन जरूर आता है. उसी को देखने के बाद पेमेंट करें.
  3. इस तरह की किसी भी घटना को तुरंत उस एप्लीकेशन पर रिपोर्ट करें ताकि उस कंपनी की ओर से उस ड्राइवर पर एक्शन लिया जा सके.