QR कोड के जरिये UPI से करते हैं पेमेंट? इस नए स्कैम से खाली हो जाएगा अकाउंट; जानें कैसे करें बचाव

UPI के जरिये आप भी अगर QR Code से पेमेंट करते हैं तब आप भी इस नए स्कैम के शिकार हो सकते हैं. इसमें ग्राहकों को नकली क्यूआर कोड दिखा कर उनके फोन को आसानी से हैक किया जा सकता है. जानें कैसे करें बचाव.

क्या है क्यूआर कोड स्कैम? Image Credit: @Tv9

भारत में UPI (Unified Payment Interface) और पेमेंट करने के लिए QR कोड के इस्तेमाल ने पूरे ट्रांजैक्शन सिस्टम को ही बदल दिया है. भारत में यूपीआई ट्रांजैक्शन की संख्या में भारी बढ़ोतरी देखी गई है. केवल नवंबर महीने में यूपीआई ट्रांजैक्शन का वॉल्यूम 15.48 बिलियन हुआ है हालांकि ये अक्टूबर में होने वाले ट्रॉजैक्शन से 7 फीसदी कम है.

आलम ये है कि भारत के क्विक पेमेंट इंटरफेस को देखने के बाद कई दूसरे देशों ने भी इस सिस्टम को अपनाने का फैसला कर लिया है. लेकिन जिस चीज की पूछ बढ़ने लगती है उसके साथ ठगी करने के तरीके भी खोजे जाते रहे हैं. अब वहीं तरीका स्कैमर्स ने QR कोड पेमेंट के जरिये होने वाले पेमेंट्स को लेकर भी निकाल लिया है.

क्या है QR कोड वाला स्कैम?

आज के समय में क्यूआर कोड के जरिये क्विक पेमेंट आसानी से हो जाती है. इसी आसानी का फायदा उठाते हुए स्कैमर्स पैसे लूटने का भी काम कर रहे हैं. इसके तहत स्कैमर नकली क्यूआर कोड को दुकान, ठेला, डिलीवरी एजेंट जैसी जगहों पर लगा देते हैं. इसके बाद जैसे ही लोग उस क्यूआर कोड की मदद से पेमेंट करत हैं वैसे ही उनका अकाउंट या तो हैक हो जाता है या उसका एक्सेस दूसरे को मिल जाता है. इसके अलावा कई बार क्यूआर कोड के साथ APK लिंक को भी स्कैमर इंटीग्रेट कर देते हैं. इससे वायरस वाले एप्लीकेशन भी डाउनलोड हो सकते हैं.

QR कोड स्कैम से कैसे करें बचाव?

किसी भी स्कैम से बचने का सबसे पहला उपाय तो सतर्कता ही है. उसके अलावा यूपीआई के जरिये पेमेंट करते समय क्यूआर कोड पर निर्भर रहने के बजाय पेमेंट रिसीव करने वाले शख्स की वेरीफाइड यूपीआई आईडी या मोबाइल नंबर पर सीधे पैसे ट्रांसफर करना बेहतर जरिया हो सकता है. जब सोर्स के बारे में यानी पेमेंट करने वाले शख्स का पता नहीं हो तब अधिक सावधानी बरतने की जरूरत होती है.

इसके अलावा नई जगहों या संदिग्ध लगने वाले बिजनेस में क्यूआर को स्कैन करने से सावधान रहें. स्कैमर्स आसानी से रेस्तरां, दुकानों पर नकली क्यूआर कोड लगा सकते हैं. इसलिए पेमेंट करने से पहले हमेशा वेरीफाई करें कि क्यूआर कोड सही है या नहीं. इसके अलावा अगर आप किसी नए को पेमेंट कर रहे हैं तब यूपीआई आईडी या यूपीआई नंबर का सहरा लें.